Edited By Nitish Jamwal, Updated: 05 Mar, 2024 07:15 PM
अपनी मांगो को लेकर किसान पंजाब-हरियाणा के बॉर्डरों पर डटे हुए हैं, 6 मार्च को किसानों ने दूसरे राज्यों के किसानों को बिना ट्रैक्टरों को दिल्ली कूच करने का आह्वान किया है। वहीं शंभू बॉर्डर पर किसान जत्थेबंदियों ने कल पैदल दिल्ली के ऐलान को लेकर...
अंबाला (अमन कपूर): अपनी मांगो को लेकर किसान पंजाब-हरियाणा के बॉर्डरों पर डटे हुए हैं, 6 मार्च को किसानों ने दूसरे राज्यों के किसानों को बिना ट्रैक्टरों को दिल्ली कूच करने का आह्वान किया है। वहीं शंभू बॉर्डर पर किसान जत्थेबंदियों ने कल पैदल दिल्ली के ऐलान को लेकर प्रेसवार्ता की और बताया कि कल राजस्थान, मध्यप्रदेश और बिहार से किसान दिल्ली के जंतर-मंतर के लिए पैदल कूच करेंगे। किसानों नेताओं ने कहा शंभू बॉर्डर, खनौरी या डबवाली बॉर्डर से किसी तरीके का कूच नहीं रहेगा। किसान धरने को यहीं मजबूत करने का काम करेंगे।
वहीं किसानों ने ओलावृष्टि से हुई फसलों के नुकसान की जल्द भरपाई की मांग रखी और कहा ड्रोन और सेटेलाइट से किसानों पर नजर रखी जा रही है, लेकिन किसानों की फसल को हो रहे नुकसान पर सेटेलाइट और ड्रोन काम नहीं करते।
हरियाणा पंजाब सीमा पर अंबाला में शंभू बॉर्डर को छोड़ कर सभी हाईवे और रास्ते प्रशासन ने खोल दिये हैं। जिस पर किसान नेताओं ने कहा हाईकोर्ट के संज्ञान के बाद सरकार ने ये कदम उठाया है। कल किसानों के राशन की ट्राली को रोकने की कोशिश हुई ये सरकार की दोगली नीति है।
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