Edited By Manisha rana, Updated: 22 Oct, 2024 03:44 PM
देश की राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के एनसीआर क्षेत्र की आबोहवा लगातार खराब होती जा रही है। बहादुरगढ़ का एक्यूआई लेवल 252 के पार पहुंच चुका है।
झज्जर (प्रवीण धनखड़) : देश की राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के एनसीआर क्षेत्र की आबोहवा लगातार खराब होती जा रही है। बहादुरगढ़ का एक्यूआई लेवल 252 के पार पहुंच चुका है। झज्जर जिला उपयुक्त शक्ति सिंह ने लोगों से पराली नहीं जलाने की अपील की है। इतना ही नहीं प्रदेश सरकार भी परली नहीं जलाने वाले किसानों को 1000 रुपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि भी दे रही है।
हालांकि इस बार झज्जर जिले में सिर्फ एक किसान ने अपने खेत में धान की पराली जलाई है, जिस पर कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन ने उस किसान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। इतना ही नहीं एनजीटी द्वारा जारी किए गए ग्रेप 2 के नियम भी अब यहां लागू हो चुके हैं। लगातार बढ़ता प्रदूषण लोगों की परेशानी का सबक बना हुआ है। प्रदेश में पराली जलाने के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे। दूसरी तरफ इंडस्ट्रियल पॉल्यूशन और प्रदेश की टूटी हुई सड़कों से उड़ने वाली धूल लोगों की परेशानी बढ़ा रही है। आम लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। बुजुर्गों और बच्चों की सेहत खराब होने का भी खतरा बना हुआ है।
झज्जर जिला प्रशासन मुस्तादी से काम कर रहा है। प्रदूषण फैलाने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। झज्जर जिले के डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने लोगों से पराली नहीं जलाने की अपील की है। उन्होंने बताया कि एनजीटी द्वारा लागू किए गए ग्रेप-2 के नियम भी अब लागू हो चुके हैं। ऐसे में फैक्ट्री में डीजल जनरेटर चलाने पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाया गया है। झज्जर जिले के किसान बेहद जागरूक है। यहां केवल एक किसान ने अब तक अपने खेत में पराली में आग लगाई है। जिस पर जिला प्रशासन ने एफआईआर दर्ज करवा दी है। किसानों की मानें तो वे प्रदेश सरकार द्वारा दी जाने वाली 1000 रुपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि से भी बेहद खुश हैं। इतना ही नहीं किसानों का कहना है कि उनकी पराली यहां हाथों-हाथ बिक रही है। जिससे किसानों को 3-4 हजार रुपये प्रति एकड़ का मुनाफा हो रहा है।
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