Edited By Manisha rana, Updated: 04 Feb, 2024 05:40 PM
हरियाणा सहकारी विभाग में हुए करोड़ों के घोटाले पर कई नेताओं ने प्रतिक्रियाएं दी। वहीं अब आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने हरियाणा सहकारी विभाग की एकीकृत सहकारी परियोजना (ICDP) के करोड़ों रुपए के घोटाले को लेकर हरियाणा सरकार को...
चंडीगढ़: हरियाणा सहकारी विभाग में हुए करोड़ों के घोटाले पर कई नेताओं ने प्रतिक्रियाएं दी। वहीं अब आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने हरियाणा सहकारी विभाग की एकीकृत सहकारी परियोजना (ICDP) के करोड़ों रुपए के घोटाले को लेकर हरियाणा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार भ्रष्टाचार का गढ़ बन गई है। एक के बाद एक नए घोटाले रोज सामने आ रहे हैं। पहले सीएजी की रिपोर्ट में कई घोटालों का खुलासा हुआ। अब एक और चौंका देने वाला 500 करोड़ रुपए से ज्यादा का घोटाला हरियाणा सरकार के सहकारिता विभाग में सामने आया है। जिसके बाद मंत्री और अफसर गरीब किसानों का पैसा मिल बांट कर खा गए।
सुशील गुप्ता ने कहा कि घोटाले में 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की चोरी की पुष्टि हो चुकी है, लेकिन ये मामला सिर्फ 100 करोड़ का नहीं है, ये मामला 500 करोड़ रुपए से ज्यादा का है। उन्होंने इसे लेकर सवाल खड़े किए कि आखिर ये पैसा कहां गया? उन्होंने कहा कि किसानों का पैसा हड़प कर करनाल, जीरकपुर और रेवाड़ी में लग्जरी अपार्टमेंट और फ्लैट खरीदे गए। साथ ही घोटाले की शिकायत सबसे पहले 2022 में रेवाड़ी में आई थी और उस शिकायत से पूरे तंत्र को बचाने के लिए भाजपा सरकार लगी रही, अधिकारियों को बचाने और घोटाले को छुपाने की कोशिश भी की। जब ज्यादा प्रेशर पड़ा तो सीएस ने हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो को इसकी जांच सौंपी, लेकिन वो जांच केवल अधिकारियों तक सीमित रह गई। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों पर राजनीतिक हाथ होने की वजह से इनके खिलाफ न तो कभी मुख्यालय स्तर पर कार्रवाई की गई और न ही किसी ने इनके काम रोके।
अधिकारियों और ठेकेदारों की चैट भी आई थी सामने
AAP प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले में अधिकारियों और ठेकेदारों की चौंका देने वाली वॉट्सऐप चैट भी सामने आई। जिसमें घोटाले से लेकर रिश्वत तक का पूरा विवरण है, अफसर बता रहे हैं कि कैसे पैसा ऊपर तक जाता है, फिर भी कार्रवाई नहीं होती। सरकार की कोशिश है कि सारी चोरी का ठीकरा अफसरों पर फोड़ दिया जाए, ऊपर से दबाव होने की वजह से एजेंसियां घोटाले में शामिल मास्टरमाइंड तक नहीं पहुंच पा रही, सिर्फ छोटी मछलियों को पकड़ा जा रहा है। सुशील गुप्ता ने कहा कि बिना मंत्री के संरक्षण के अफसर इतनी बड़ी चोरी कैसे कर सकते हैं? आम आदमी पार्टी मांग करती है कि इस 500 करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले में सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए और ये जांच ED और CBI द्वारा की जानी चाहिए। साथ ही ED को नसीहत देते हुए गुप्ता ने कहा कि ED फर्जी केस की जांच में समय बर्बाद करने के बजाय हरियाणा में हुए इस भ्रष्टाचार की जांच करे।
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