Edited By Isha, Updated: 11 Jul, 2020 03:29 PM
पिछले छह साल में हरियाणा पर कर्ज 60 हजार करोड़ से बढ़कर एक लाख 85 हजार करोड़ हो चुका है। इस संबंध में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार पर एक बार फिर घेरा है। उन्होंने कहा कि मनोहर लाल खट्टर सरकार आने
चंडीगढ़: पिछले छह साल में हरियाणा पर कर्ज 60 हजार करोड़ से बढ़कर एक लाख 85 हजार करोड़ हो चुका है। इस संबंध में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार को एक बार फिर घेरा है। उन्होंने कहा कि मनोहर लाल खट्टर सरकार आने से पूर्व 31 मार्च 2014 तक प्रदेश पर 60,293 करोड़ रुपए का कर्ज था और मौजूदा सरकार ने 6 वर्ष के कार्यकाल में विकास के नाम पर 1,85,548 करोड़ रुपए हरियाणा सरकार पर कर्ज चढ़ाने का काम किया है। इस दौरान सड़कों को बार-बार तोड़फोड़ कर दोबारा बनाने का फिजूल खर्च किया गया है।
ये बोले सूरजेवाला
ट्विट करते हुए उन्होंने हरियाणा सरकार पर तंज कसते लिखा-
'अंधेर नगरी चौपट राजा'
कांग्रेस 31 मार्च 2014 = 60,293 करोड़
भाजपा 03 अप्रैल 2020 = 1,85,548 करोड़
अंतर - 1,25,255 करोड़।
न कुछ किया, न कुछ करेंगे, न करना जानते पर खट्टर सरकार ने ₹1,25,255,00,00,000 का ऋण ले लिया।
बता दें कि प्रदेश पर कर्ज बढ़ने का खुलासा इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) नेता व अधिवक्ता प्रमोद बागड़ी ने सूचना अधिकार कानून (आर.टी.आई.) के तहत प्राप्त जानकारी के आधार पर किया है। उन्होंने वित्त विभाग के उप-निदेशक के पास आरटीआई के तहत आवेदन देकर हरियाणा सरकार के कर्ज की जानकारी मांगी थी जिसमें ये इस साल पर 03 अप्रैल तक 1,85,548 करोड़ रुपये का कर्जा हो गया है। यह प्रोविजनल आंकड़ा है।
वर्षवार कर्ज का ब्यौरा
31 मार्च 2000 8152
31 मार्च 2001 9276
31 मार्च 2002 11674
31 मार्च 2003 13391
31 मार्च 2004 158866
31 मार्च 2005 17347
31 मार्च 2006 19588
31 मार्च 2007 20486
31 मार्च 2008 20488
31 मार्च 2009 23085
31 मार्च 2010 28794
31 मार्च 2011 34666
31 मार्च 2012 41395
31 मार्च 2013 50657
31 मार्च 2014 60293
31 मार्च 2015 70931
31 मार्च 2016 101709
31 मार्च 2017 124603
31 मार्च 2018 139726
31 मार्च 2019 156807
31 अप्रैल 2020 185548
हुड्डा सरकार में 4 गुना बढ़ा था कर्ज
बागड़ी ने कहा कि इससे पूर्व लगभग दस साल रही भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार के कार्यकाल में भी राज्य में कर्ज पर लगभग चौगुनी वृद्धि हुई थी और 15,886 करोड़ से बढ़कर यह 60 हजार करोड़ से पार हो गया था। उन्होंने कहा कि इस दौरान कांग्रेस सरकार ने झांडली व खेदड़ बिजली के दो प्लांट लगाने का काम किया, लेकिन हुड्डा सरकार ने रोहतक के अलावा हरियाणा में समान रूप के विकास कार्य नहीं किए व दूसरे जिलों के साथ भेदभाव के साथ कार्य किया।