Edited By Isha, Updated: 22 Mar, 2025 06:40 PM

रजिस्ट्री के लिए एक ही स्टांप का दो जगह इस्तेमाल किया गया। रजिस्ट्री के लिए ऐसे 18 मामले सामने आए है जिसमें 9 स्टांप से 18 रजिस्ट्रियां हुई हैं। इसके लिए तीन मोबाइल फोन नंबरों का प्रयोग हुआ है।
फतेहाबाद: रजिस्ट्री के लिए एक ही स्टांप का दो जगह इस्तेमाल किया गया। रजिस्ट्री के लिए ऐसे 18 मामले सामने आए है जिसमें 9 स्टांप से 18 रजिस्ट्रियां हुई हैं। इसके लिए तीन मोबाइल फोन नंबरों का प्रयोग हुआ है।वहीं गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद नायब तहसीलदार आशीष कुमार की शिकायत पर तीन मोबाइल फोन नंबरों के मालिकों के खिलाफ बुधवार रात को मामला दर्ज हुआ है।
हालांकि जिन मोबाइल फोन नंबरों का एफआईआर में जिक्र किया गया है अब वे बंद आ रहे हैं।
क्या कहा गया शिकायत में
नायब तहसीलदार ने शिकायत में बताया है कि वसीकाओं में स्टांप ड्यूटी को लेकर लगाए गए स्टांप पेपर दो बार क्रेता-विक्रेता का नाम बदलकर इस्तेमाल करने की अनियमितता पाई गई है। वसीकाओं में टोकन नंबर की जांच के दौरान उस पर दर्शाए गए मोबाइल फोन नंबर और स्टांप ड्यूटी पर दर्ज मोबाइल फोन नंबर से मिलान किया गया। दस्तावेजों की जांच में सामने आया है कि इस तरह 8 लाख 60 हजार 675 रुपये की धोखाधड़ी हुई है। 18 रजिस्ट्रियों की अप्वाइंटमेंट मोबाइल फोन नंबर की जांच सूची निकलवाई गई तो दर्ज मोबाइल फोन नंबर 94169-24747, 81685-30939, 94678-43747 से ली गई है। जो कि स्टांप ड्यूटी पर दर्शाए गए मोबाइल नंबर से मेल खाते हैं।
प्रॉपर्टी डीलरों पर संदेह
नायब तहसीलदार द्वारा एफआईआर में जिन मोबाइल फोन नंबरों का जिक्र किया गया है वह प्रॉपर्टी डीलरों के बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि धोखाधड़ी में संबंधित प्रॉपर्टी डीलर शामिल हो सकते हैं। हालांकि ये जांच का विषय है। जब इन नंबरों पर जब संपर्क करने का प्रयास किया गया तो बंद आ रहे हैं।