नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने ट्रैक्टरों पर निकाला आक्रोश मार्च, लहराए काले झंडे

Edited By Shivam, Updated: 28 Sep, 2020 11:04 PM

protesters march against tractors on new agricultural laws

डबवाली के विभिन्न गांवों के हजारों किसानों ने आज ट्रैक्टरों के लम्बे काफिले के साथ नए कृषि कानून के खिलाफ आक्रोश मार्च निकाला। किसानों का यह मार्च सुबह डबवाली से गांव से शुरू हुआ। इसके बाद किसान ट्रैक्टरों के लम्बे काफिले के साथ डबवाली शहर के गोल...

डबवाली (संदीप कुमार): डबवाली के विभिन्न गांवों के हजारों किसानों ने आज ट्रैक्टरों के लम्बे काफिले के साथ नए कृषि कानून के खिलाफ आक्रोश मार्च निकाला। किसानों का यह मार्च सुबह डबवाली से गांव से शुरू हुआ। इसके बाद किसान ट्रैक्टरों के लम्बे काफिले के साथ डबवाली शहर के गोल चौक पर पहुंचा। जहां किसानों ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।

इसके बाद रोष मार्च वापिस गोल चौक से रवाना होकर डबवाली गांव पहुंचा। जहां किसानों ने आक्रोश मार्च में आए विभिन्न गांवों के किसानों को सम्बोधित किया। आक्रोश मार्च में बड़ी संख्या में युवाओं ने भी हिस्सा लिया। अक्रोश मार्च को गांव डबवाली के ऐलनाबाद रोड पर समाप्त किया गया। जहां वक्ताओं ने करीब घंटे भर तक कृषि कानून के बारे में किसानों को सम्बोधित किया।

ट्रैक्टर आक्रोश मार्च में शामिल हुए किसानों को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों की आवाज का अनसुना करके कृषि अध्यादेशों को कानून का रूप दे दिया है। अब इस कानून के लागू हो जाने से किसानों की स्थित बद से बदतर हो जाएगी। किसान वक्ताओं ने कहा कि कंपनियां किसान से अपने हिसाब से खेती करवाएगी। कंपनियां अपना फायदा करेगी और किसान का शोषण करेगी। 

किसानों ने कहा कि किसान के अलावा इस कानून के कारण मजदूर वर्ग भी पूरी तरहां से तबाहा हो जाएगा। वक्ताओं ने कहा कि किसान उद्योगपतियों की कठपुतली बनकर रह जाएगा। किसानों ने कहा कि इस बिल में कहीं भी एमएसपी का जिक्र नहीं है। वक्ताओं ने कहा कि अगर मोदी सरकार ने इस कानून को रद्द नहीं किया तो किसान दिल्ली जाने के लिए तैयार है।

ट्रैक्टरों पर लगाए काले झंडे
कृषि कानून के खिलाफ टै्रक्टर लेकर सडक़ों पर उतरे किसानों काले झंडे हाथों में ले रखे थे। इसके अलावा किसानों ने अपने-अपने ट्रैक्टरों पर भी काले झंडे लगाए हुए थे। किसानों ने कहा कि उन्होंने कृषि से जुड़े काले कानून का विरोध करने के लिए अपने टै्रक्टरों पर काले झंडे लगाए हैं। किसानों ने कहा कि जब तक सरकार इस काले कानून को वापिस नहीं ले लेती तब तक किसान अपने ट्रैक्टरों पर काले झंडे लगाए रखेगा। इसके अलावा ट्रैक्टर पर सवार किसान मोदी सरकार मुर्दाबाद, दुष्यंत चौटाला मुर्दाबाद, खट्टर सरकार मुर्दाबाद, किसान-मजदूर एकता जिंदाबाद जैसे नारे लगाए।

ट्रैफिक व्यवस्था बनाने में पुलिस के छूटे पसीने
किसानों के ट्रैक्टर आक्रोश मार्च डबवाली से गांव से डबवाली शहर के शुरू हुआ तो पुलिस प्रशासन के भी पसीने छूट गए। शहर थाना पुलिस भारी संख्या में गांव डबवाली में तैनात रही। नेशनल हाई-वे नं. 9 का एक हिस्से पर आम ट्रैफिक को बेरिकेटस लगाकर बंद रखा गया। सिरसा की तरफ से आने वाले वाहनों को डबवाली गांव से शेरगढ़ गांव से निकलने वाले बाईपास की तरफ डायवर्ट किया गया।

इसके अलावा भारी संख्या में पुलिस बल डबवाली शहर के गोल चौक पर भी तैनात रहा। चौटाला रोड पर कई देर तक जाम की स्थिति बनी रही। वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। पुलिस को ट्रैफि व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। किसानों का ट्रैक्टर आक्रोश मार्च समाप्त हो जाने के बाद पुलिस ने राहत की सांस की ली।

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