Edited By Deepak Kumar, Updated: 18 Apr, 2025 02:49 PM

पलवल जिले के आली ब्राह्मण गांव में एक युवक ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मृतक ने सुसाइड नोट में साइबर फ्रॉड के आरोपी और पुलिस को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस को सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया, परंतु...
पलवल (गुरुदत्त गर्ग) : पलवल जिले के आली ब्राह्मण गांव में एक युवक ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मृतक ने सुसाइड नोट में साइबर फ्रॉड के आरोपी और पुलिस को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस को सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया, परंतु परिजनों ने शव देने से मना कर दिया। इसके बाद पुलिस अधिकारी के परिजनों को समझाने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
जानकारी के अनुसार ब्राह्मण गांव के निवासी वेद प्रकाश पुनहाना निजी स्कूल में अध्यापक थे, जिसके दो बेटे हैं। एक बेटे ने पिछले दिनों गांव में ही चलने वाले सीएससी सेंटर पर जाकर अपनी फैमिली आईडी और आधार कार्ड में अपडेट कराया था। अपडेट कराई जाने के दौरान साइट नहीं चलने का हवाला देकर सीएससी सेंटर संचालक ने उसके मोबाइल को अपने सीएससी सेंटर पर छोड़ जाने के लिए कहा था। दो-तीन घंटे के बाद उसने सीएससी सेंटर पर जाकर अपना मोबाइल फोन ले लिया। लगभग 1 महीने के बाद उसके पास पलवल पुलिस के द्वारा मेघालय पुलिस का एक मैसेज प्राप्त हुआ, जिसमें बताया गया कि उसके बेटे विजय सिंह के बैंक अकाउंट के द्वारा साइबर फ्रॉड हुआ है। साइबर फ्रॉड में बैंक अकाउंट का इस्तेमाल किए जाने की पड़ताल करने पर मालूम हुआ कि सीएससी केंद्र संचालक ने उनके साथ ऐसी गड़बड़ी की है।
सीएससी केंद्र संचालक ने गड़बड़ी को किया स्वीकारः परिजन
वहीं परिजनों का आरोप है कि सीएससी केंद्र संचालक ने गड़बड़ी को स्वीकार कर फ्रॉड की गई राशि का भुगतान करने का आश्वासन दे दिया था। लेकिन पुलिस का फिर फोन आने पर परिवार के लोग घबरा गए और सीएससी केंद्र संचालक से जाकर बातचीत की तो वह लड़ने पर उतर आया फिर दोनों में झगड़ा हुआ। उसके बाद एससी एसटी एक्ट और मारपीट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया, जिस पर पुलिस ने तत्काल वेद प्रकाश के बड़े बेटे को गिरफ्तार कर लिया, जिससे परेशान होकर वेद प्रकाश ने सुसाइड कर लिया।
फ्रॉड की शिकायत करने पर पुलिस ने नहीं की कार्रवाईः परिजन
परिजनों का कहना है कि वेद प्रकाश ने अपने छोटे बेटे के बैंक अकाउंट का इस्तेमाल फ्रॉड बाजी में किए जाने की शिकायत पुलिस को की थी लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। बताया गया कि वेद प्रकाश और उसके बेटे बहन थाने में पलवल साइबर थाने में तथा डीएसपी होटल और एसपी पलवल तक जाकर गुहार लगा आए थे लेकिन कहीं से उन्हें कोई संतुष्टि प्राप्त नहीं हुई। यह लोग चाहते थे कि उनके बैंक अकाउंट का इस्तेमाल कर फ्रॉड करने वाले के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करें लेकिन पुलिस ने ऐसा करने से इंकार कर दिया था। इसके बाद यह घटना सामने आई है। बता दें, इस मामले को लेकर अगर पुलिस धैर्य पूर्वक उनके मामले में सुनवाई कर लेती और उन्हें कुछ आश्वासन दे देती तो वेद प्रकाश की जान न जाती। फिलहाल पुलिस अभी जांच पड़ताल कर रही है।
मामले की जांच की शुरूः डीएसपी
डीएसपी महेंद्र वर्मा ने बताया कि प्राइवेट स्कूल के अध्यापक के सुसाइड करने की सूचना मिली थी। उन्होंने कहा कि मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
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