Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 26 Dec, 2025 08:45 PM

गुड़गांव में अगर आप अपना वाहन लेकर सड़क पर निकल रहे हो तो सावधान हो जाओ। ऐसा न हो कि सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरे से आपका भारी भरकम चालान कट जाए।
गुड़गांव, (ब्यूरो): गुड़गांव में अगर आप अपना वाहन लेकर सड़क पर निकल रहे हो तो सावधान हो जाओ। ऐसा न हो कि सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरे से आपका भारी भरकम चालान कट जाए। गुड़गांव पुलिस ने नेशनल हाइवे अथोरिटी ऑफ इंडिया के साथ मिलकर सीसीटीवी कैमरों में सॉफ्टवेयर अपडेट कर दिया है। अब गाड़ी नंबर ट्रैक होते ही उसके वैलिड और इनवैलिड दस्तावेजों की डिटेल पुलिस के सामने आ जाएगी जिसके बाद उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। पुलिस ने यह कार्रवाई लोगों की लापरवाही को खत्म करने के लिए शुरू की है। इसमें सबसे ज्यादा फोकस प्रदूषण सर्टिफिकेट की वैलिडिटी पर है।
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प्रदूषण सर्टिफिकेट के चालान को लेकर गुड़गांव पुलिस ने द्वारका एक्सप्रेसवे सहित सोहना रोड और दिल्ली जयपुर हाइवे पर दो दिन का ट्रायल किया। ट्रायल के पहले दिन जहां पुलिस ने बिना वैलिड प्रदूषण सर्टिफिकेट के तीन वाहनों की पहचान कर उनके चालान किए, बल्कि दूसरे दिन इनकी संख्या बढ़कर 14 हो गई। इस सफल ट्रायल के बाद पुलिस ने इसे स्थाई तौर पर लागू कर दिया है।
डीसीपी ट्रैफिक राजेश मोहन के मुताबिक, इस चालान प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरुक करना और दस्तावेज पूरे करने में लापरवाही बरतने से रोकना है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण सर्टिफिकेट का चालान करने का मुख्य उद्देश्य उन वाहनों को सड़क पर आने से रोकना है जो प्रदूषण फैलाते हैं। जब वाहन का इंजन ठीक होगा तो ही उसका सर्टिफिकेट बन पाएगा। ऐसे में कहीं न कहीं इस प्रक्रिया से प्रदूषण नियंत्रण करने को भी सहयोग मिलेगा।