Edited By Ishika Jain, Updated: 31 Jan, 2025 04:32 PM
हरियाणा में सरकार की ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। पटवारियों की सूची जारी होने के बाद अब सरकारी कार्यालयों में भी सख्ती दिख रही है । सोनीपत जिले अन्तर्गत गन्नौर एसडीएम
सोनीपतः हरियाणा में सरकार की ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। पटवारियों की सूची जारी होने के बाद अब सरकारी कार्यालयों में भी सख्ती दिख रही है । सोनीपत जिले अन्तर्गत गन्नौर एसडीएम मनीष फोगाट ने अनुमंडल के सभी कार्यालयों में दलालों/बिचौलियों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है।
कार्यालय में सरकारी कर्मचारी और आवश्यक काम से आने वाले लोग ही प्रवेश ले पायेंगे। कार्यालय के बाहर से स्टांप भेंडर, राइटर और वसीका नवीसों को प्रवेश नहीं मिलेगा। इसके लिए अनुमंडल अधिकारी की ओर से लिखित आदेश भी सभी विभागों में जारी कर दिया गया है. साथ ही नोटिस को कार्यालयों के बाहर चस्पा कर दिया गया है। गन्नौर तहसील में जमीनों की पंजीकरण प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए एसडीएम मनीष फौगाट ने यह कड़ा फैसला लिया है।
आदेश के तहत सरल केंद्र में वसीका नवीसों और डीड राइटरों के करिंदों का आना-जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। कार्यालय में जहां भी काम के लिए शुल्क लगता है, वहां कर्मचारियों को अपने टेबल या पास में सरकारी रेट चार्ट डिस्प्ले 3 दिनों के भीतर लगाना होगा।
एसडीएम फौगाट ने स्पष्ट किया कि जमीन अथवा प्लाटों के पंजीकरण के समय केवल क्रेता, विक्रेता, नंबरदार और गवाह मौजूद रहेंगे और पंजीकरण का कार्य अधिकृत अधिकारी ही करेंगे। इससे पहले पंजीकरण से जुड़े अधिकतर कार्य वसीका नवीस और डीड राइटरों के दलाल ही संभालते थे, जिससे गड़बड़ियों की संभावनाएं बढ़ रही थीं। फौगाट का कहना है कि अब संपत्ति पंजीकरण के समय बिचौलियों की भूमिका समाप्त होगी और आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। प्रशासन ने सभी वसीका नवीसों और डीड राइटरों को इस निर्णय का पालन करने की सख्त हिदायत दी है. एसडीएम ने कहा कि यदि इस संबंध में शिकायत मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।