Edited By Isha, Updated: 26 Mar, 2025 05:25 PM

हरियाणा में एमबीबीएस एग्जाम घोटाले की परतें खुलना शुरू हो चुका है। पीजीआईएमएस रोहतक में अनुशासन समिति के सामने हुई सुनवाई के दौरान एक निजी कॉलेज के कुछ एमबीबीएस छात्रों ने अपनी आंसर शीट के सा
चंडीगढ़: हरियाणा में एमबीबीएस एग्जाम घोटाले की परतें खुलना शुरू हो चुका है। पीजीआईएमएस रोहतक में अनुशासन समिति के सामने हुई सुनवाई के दौरान एक निजी कॉलेज के कुछ एमबीबीएस छात्रों ने अपनी आंसर शीट के साथ छेड़छाड़ की पुष्टि की है, लेकिन उन्होंने इस मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। स्टूडेंट्स का कहना है कि उनकी उत्तर पुस्तिकाओं के कुछ हिस्सों में ऐसी लिखावट थी जो उनकी खुद की लिखावट से अलग थी।
15 फरवरी को दर्ज हुई थी एफआईआर
बता दें कि इस मामले में 15 फरवरी को एफआईआर दर्ज हुई थी, जिसमे यूएचएसआर के 17 कर्मचारियों और 24 एमबीबीएस छात्रों सहित कुल 41 व्यक्तियों को नामजद किया गया था। अब तक तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है और पुलिस जांच अभी भी जारी है।
हैंड राइटिंग एक्सपर्ट से कराई जाएंगी उत्तर पुस्तिकाओं की जांच
पीजीआईएमएस के निदेशक डॉ. एसके सिंघल ने इस मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि कुछ छात्रों ने छेड़छाड़ की बात स्वीकार की है, लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है। अब उनकी शीट की जांच हैंड राइटिंग एक्सपर्ट से कराई जाएंगी।
अनुशासन समिति ने 30 से अधिक छात्रों को बुलाया था, जिनमें से अधिकांश के नाम पंडित बीडी शर्मा यूनिवर्सिटी औफ हेल्थ साइंसेज रोहतक में एमबीबीएस परीक्षा घोटाले से संबंधित एफआईआर में थे। इनकी सुनवाई 17 से 19 मार्च तक हुई। उन्हें अपनी आंसर शीट जांचने और उसमे हुई गड़बड़ियों की पुष्टि करने का अवसर दिया गया। पीजीआईएमएस के एक अधिकारी ने बताया कि चार से पांच छात्रों ने माना कि उनकी आंसर शीट के कुछ हिस्सों पर अलग-अलग लिखावट थी। अनुशासन समिति ने इन सभी उत्तर पुस्तिकाओं की जांच एक हैंड राइटिंग एक्सपर्ट से कराने का फैसला किया है।