Edited By Yakeen Kumar, Updated: 10 Feb, 2025 07:08 PM
![kartikeya sharma demanded in the parliament farmers in morni hills](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_19_06_590107757kartikay-ll.jpg)
राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने आज संसद में मोरनी हिल्स क्षेत्र में जंगली जानवरों द्वारा फसलों की बर्बादी के मुद्दे को उठाया। उन्होंने किसानों की सुरक्षा और फसल संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।
चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी) : राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने आज संसद में मोरनी हिल्स क्षेत्र में जंगली जानवरों द्वारा फसलों की बर्बादी के मुद्दे को उठाया। उन्होंने किसानों की सुरक्षा और फसल संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। शर्मा ने कहा कि मोरनी हिल्स और आसपास के 393 गाँवों में रहने वाले हजारों किसान जंगली जानवरों के कारण भारी आर्थिक नुकसान झेल रहे हैं। उन्होंने सरकार से सौर बाड़ (सोलर फेंसिंग), वन्यजीव प्रबंधन योजना और निगरानी तंत्र लागू करने की सिफारिश की।
मुख्य बिंदु:
• किसानों की फसलें नीलगाय, हाथी और अन्य जंगली जानवरों द्वारा नष्ट की जा रही हैं।
• Indian Council for Agricultural Research (ICAR) की रिपोर्ट के अनुसार, देश के 10 राज्यों में 30-50% तक अनाज और बागवानी फसलों को जंगली जानवर नष्ट कर देते हैं।
• प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में जंगली जानवरों द्वारा फसल नुकसान को शामिल करना स्वागतयोग्य कदम है, लेकिन राष्ट्रीय रोकथाम की नीति बनाना भी आवश्यक है।
समाधान के लिए कार्तिकेय शर्मा की सिफारिशें:
• सौर बाड़ (सोलर फेंसिंग) और मजबूत तार-बाड़ लगाई जाए ताकि खेतों में जानवर न घुस सकें।
• वन्यजीव प्रबंधन योजना लागू हो जिससे जानवरों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित किया जा सके।
जंगली जानवरों के लिए जंगलों में वैकल्पिक भोजन और जल स्रोत बनाए जाएं ताकि वे खेतों की ओर न आएं।
• स्थानीय प्रशासन और वन विभाग के सहयोग से सामुदायिक निगरानी तंत्र विकसित किया जाए।
कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए यह मुद्दा प्राथमिकता पर लिया जाना चाहिए।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इस समस्या को गंभीरता से लिया जाए और एक ठोस नीति बनाई जाए जिससे किसानों और वन्यजीवों दोनों के हितों की रक्षा हो सके।