कैथल(जयपाल): हरियाणा में ग्रामीण सफाई कर्मचारी 3 दिन की हड़ताल पर चले गए हैं। तीन दिन तक में किसी भी गांव में किसी प्रकार के सफाई का काम नहीं करेंगे। साथ ही जिले भर से ग्रामीण सफाई कर्मचारी इकट्ठा होकर कैथल के लघु सचिवालय में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर अनदेखी करने का आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही अपनी मांगों को पूरा करने के लिए चेतावनी भी दी है।
वहीं ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का कहना है कि सरकार लगातार उनकी अनदेखी कर रही है और उनकी लंबित मांगों को नहीं मान रही है। उनका यह भी कहना है कि पिछले 17 साल से वह लगातार सफाई का काम कर रहे हैं, लेकिन वह आज भी कच्चे हैं दूसरा सरकार उनके साथ मतभेद कर रही है। जो शहरी सफाई कर्मचारी हैं उनका वेतन 18000 रुपए है, जबकि ग्रामीण सफाई कर्मचारी का वेतन मात्र 14000 रुपए है और उसके अलावा कहीं गांव बड़े-बड़े गांव में एक या दो ही सफाई कर्मचारी हैं। जबकि 400 व्यक्तियों के ऊपर एक सफाई कर्मचारी होना चाहिए। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें पक्का किया जाए और जब तक उन्हें पक्का नहीं किया जाता, समान काम, समान वेतन के अनुसार उन्हें 26000 रुपए न्यूनतम वेतन दिया जाए। अभी यह हड़ताल तीन दिन की है। अगर हमारी मांगों को नहीं माना गया तो यह आंदोलन आगे भी हो सकता है और हड़ताल लंबी हो सकती है। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का मांग पत्र इस प्रकार है:-
1. विधान सभा में नई नीति (बिल) बनाकर कर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को रेगुलर कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, नए कर्मचारियों की भर्ती स्थाई भर्ती की जाए।
2. 2000 की बजाय नगर पालिका की तर्ज पर 400 की आबादी पर एक कर्मचारी की स्थाई भर्ती की जाए तथा ठेकेदारी प्रथा के तहत डोर टू डोर के लिए लगाए गए। कर्मचारियों को विभाग के पे- रोल पर लिया जाए और उनके लिए ग्रामीण सफाई कर्मियों के बराबर वेतन और भत्ते लागू किए जाए।
3. अब तक अलग-अलग जिला और ब्लॉकों में जिन कर्मियों की मौत हो चुकी उनके परिजनों को घोषित मुआवजा दिया जाए तथा मृतक कर्मचारी के परिवार के सदस्य को एक्सग्रेसिया नीति के तहत नौकरी पर रखा जाये ।
4. जब तक रेगुलर कर्मचारी ना हों तब तक न्यूनतम 24000 रू० मासिक वेतन तय किया जाये तथा वेतन में मौजूद गैर बराबरी खत्म की जाए।
5. वार्षिक वेतन बढ़ोतरी लागू की जाए तथा वेतन को महंगाई के आंकड़ों के साथ जोड़ा जाये।
6. प्रत्येक माह की 7 तारीख तक वेतन दिया जाए वेतन एक माह देरी से मिलने पर 16 जुलाई 2021 के पत्र अनुसार 500 रु० अतिरिक्त भुगतान हो तथा 3 माह की बजाए 12 माह का बजट जारी किया जाए ताकि वेतन भुगतान में देरी ना हो ।
7. पंचायतों के रहमो करम पर छोड़ने की बजाये रेहड़ी ब्लॉक कार्यालय से खरीद कर दें तथा रेहड़ी मरम्मत, झाड़ू कस्सी, तसला, फावड़ा समेत काम के औजार तथा मास्क व दस्ताने सहित सुरक्षा उपकरण के लिये 500 रू0 मासिक या 6000 रु० वार्षिक भत्ता कर्मचारियों को उनके बैंक खातों के माध्यम से भुगतान किया जाये।
8. कर्मचारी के बच्चों की ब्याह शादी के लिए को विभाग की गारंटी पर बैंक से न्यूनतम 2 लाख रू० लोन की व्यवस्था की जाए।
9. ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के बच्चों की पढ़ाई के लिए न्यूनतम 1125 रू0 मासिक शिक्षा भत्ता दिया जाए।
10. ग्रामीण सफाई कर्मियों के लिये साल में कम से कम 4 वर्दी, 2 जोड़ी जूतों के लिये 8000 रु० वार्षिक वर्दी भत्ता तथा 500 रु० मासिक धुलाई भत्ता निर्धारित किया जाये ।
11. ग्रामीण सफाई कर्मियों को अन्य सरकारी कर्मचारियों की तरह सरकारी अवकाश व बिमार होने पर वेतन सहित अवकाश प्रदान किया जाये तथा साल में न्यूनतम 20 अवकाश प्रदान दिए जायें।
12. ग्रामीण सफाई कर्मियों को विशेष कैटेगरी मानकर आवास की गारंटी की जाये। कर्मचारियों के लिए गाँवों में 100 गज के प्लाट तथा मकान निर्माण के लिये उचित अनुदान का प्रबंध किया जाये ।
13. सफाई कर्मचारियों को दिवाली पर कानूनी बोनस और अनाज के लिए 10 हजार रू० अग्रिम भुगतान किया जाए।
अतः आपसे अनुरोध है कि उपरोक्त मांगों व समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाए तथा समस्याओं पर वार्ता के लिए आप हमारी यूनियन को उचित समय दें। अगर आपने हमारी समस्याओं का समय रहते समाधान नहीं किया तो 11 से 15 जुलाई तक राज्य भर में जिला स्तरीय प्रदर्शन करेंगें। इसके साथ ही 20-21 अगस्त को आपके विधानसभा क्षेत्र टोहाना में हजारों कर्मचारी राज्य स्तरीय महापड़ाव करने को मजबूर होंगे।