Edited By Ramkesh, Updated: 30 Sep, 2024 07:17 PM
भारतीय जनता पार्टी से बागी होकर आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले हरियाणा के पूर्व कैबिनेट मंत्री चौधरी रणजीत सिंह को भाजपा ने पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इसके बाद चौधरी रणजीत सिंह ने अपने निष्कासन पर प्रतिक्रिया देते हुए...
सिरसा (सतनाम सिंह): भारतीय जनता पार्टी से बागी होकर आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले हरियाणा के पूर्व कैबिनेट मंत्री चौधरी रणजीत सिंह को भाजपा ने पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इसके बाद चौधरी रणजीत सिंह ने अपने निष्कासन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुझे तो पार्टी ने खुद लोकसभा चुनाव के दौरान आधा घंटा पहले ही मैसेज देकर पार्टी में ज्वाइन करवाया था।
चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि मैंने तो पार्टी जॉइन करने की कोई एप्लीकेशन भी नहीं लगाई थी। वही चौधरी रणजीत सिंह ने भाजपा मुझे कहीं और एडजस्ट करने की बात कर रही थी लेकिन मैंने उनका ऑफर ठुकरा कर आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया। वही चौधरी रणजीत सिंह ने दावा करते हुए कहा कि रोजाना दूसरी पार्टियों छोड़कर लोग उनके साथ आ रहे हैं और वह अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं।
दरअसल, विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने अपने बागी नेताओं पर बड़े एक्शन के बाद आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने को लेकर आठ बागी नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। इन नेताओं में संदीप गर्ग, रणजीत चौटाला, जिलेराम शर्मा, देवेंद्र कादयान, बच्चन सिंह आर्य का नाम शामिल है। हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ रहे पार्टी के कार्यकर्ताओं को तुरंत प्रभाव से पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिन्हें पार्टी से निकाला है उनमें वे नेता है जो लाडवा, असंध, गन्नौर, सफीदो, रानिया, महम, गुरुग्राम और हथीन से पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
गौरतलब है कि हरियाणा की सभी 90 सीटों के लिए एक ही चरण में मतदान होगा। पहले यहां 1 अक्टूबर को मतदान और 4 अक्टूबर को मतगणना होनी थी, लेकिन बाद में मतदान की तारीख 5 अक्टूबर जबकि काउंटिंग की डेट 8 अक्टूबर कर दी गई।