Edited By Deepak Kumar, Updated: 22 Dec, 2024 08:02 PM
रविवार को नव गठित संगठन हरियाणा यूनिवर्सिटीज पार्ट टाइम टीचर्स एसोसिशन के सदस्यों ने हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल डांडा से मुलाकात की और अपनी समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपा।
चंडीगढ़: रविवार को नव गठित संगठन हरियाणा यूनिवर्सिटीज पार्ट टाइम टीचर्स एसोसिशन (huptta) के सदस्यों ने हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल डांडा से मुलाकात की और अपनी समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपा। हरियाणा के विश्व विद्यालयों में कार्य कर रहे पार्ट टाइम टीचर की अति गंभीर समस्याओं से अवगत कराया गया जिसमे मुख्य यह थी की शिक्षकों को नियमित और समेकित वार्षिक 12 महीने का वेतन नहीं दिया जाता।
बल्कि मुश्किल से 8 से 9 महीने का वेतन मिलता है जिससे पार्ट टाइम टीचर को मानसिक और आर्थिक कष्ट होता है और लगभग 1000+ पार्ट टाइम टीचर 2018 से कार्यरत है अलग अलग विश्वविद्यालय में इन्हे अलग अलग पदनाम दिए जाते है जैसे पार्ट टाइम टीचर्स / गेस्ट/ adhoc/ temprory आदि और प्रति लेक्चर के आधार पर वेतन भी अलग अलग अपने हिसाब से दिया जाता हैं जो कि शिक्षको की योग्यता और UGC के दिशा निर्देश के अनुरूप नहीं हैं ।
गौरतलब है की पार्ट टाइम टीचर्स का कार्यभार भी नियमति और अनुबंध प्राध्यापकों से भी अधिक है। इसलिए पार्ट टाइम टीचर्स ने हरियाणा के शिक्षा मंत्री के सम्मुख एक विस्तृत ज्ञापन दोबारा सौंपा, जिसमें मुख्य यह मांग रखी गई की शिक्षको को वार्षिक 12 महीने का नियमति और समेकित वेतन समान काम समान वेतन के आधार पर दिया जाए। इसके अलावा नौकरी की सुरक्षा की मांग की ताकि पार्ट टाइम टीचर्स का भविष्य सुरक्षित हो सके।
उनको यह भी बता दिया गया है कि हम लोग घंटे के हिसाब से काम करने वाले प्रोफेसर है , शिक्षा मंत्री जी ने आश्वासन दिया कि आप लोगों की समस्या का हमें पता है हम लोग जल्द ही आप लोगों के हित में एक बिल लेकर आने वाले हैं । और हमें पता है कि सिर्फ यूनिवर्सिटी के वे टीचर जो घंटों के हिसाब से काम करते है अब तक सिर्फ वही किसी लाभ को मिले बिना रहते है। साथ में huptta के सदस्यों को 24 को चंडीगढ़ भी बुलाया है। इस मुद्दे पर और अधिक बात करने के लिए Huptta के प्रतिनिधिमंडल लगातार चंडीगढ़ जाके सभी प्रशानिक अधिकारीगण से मिल रहे है।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)