Edited By Deepak Kumar, Updated: 26 Dec, 2024 12:54 PM
भारत की पहली हाईटेक पंचायत के संस्थापक एवं ग्राम एसोसिएशन ऑफ भारत के अध्यक्ष सुनील जागलान ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अब पंचायतों तक पहुंचाने का अभियान शुरू किया है। एआई के माध्यम से ग्राम पंचायतें अब जहां अपने गांव के विकास का खाका तैयार कर सकेंगी।
जींद। देश में एआई के इस्तेमाल और भविष्य को लेकर जहां एक बहस छिड़ी हुई है। वहीं भारत की पहली हाईटेक पंचायत के संस्थापक एवं ग्राम एसोसिएशन ऑफ भारत के अध्यक्ष सुनील जागलान ने आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस को अब पंचायतों तक पहुंचाने का अभियान शुरू किया है। एआई के माध्यम से ग्राम पंचायतें अब जहां अपने गांव के विकास का खाका तैयार कर सकेंगी वहीं गांवों में होने वाली साइबर ठगी के प्रति भी जागरूकता फैलाने में पंचायतें अहम भूमिका निभाएंगी। सुनील जागलान स्वंय भी कम्प्यूटर साईंस से स्नातक हैं।
सेल्फी विद डॉटर फाउंडेशन के संस्थापक सुनील जागलान इससे पहले देश के कई राज्यों में महिला पंचायतों का आयोजन कर चुके हैं। वहीं, जींद जिले के गांव बीबीपुर को देश की पहली मॉडल पंचायत बना चुके हैं। जागलान अब एआई फ्रैंडली पंचायत बनाने का अभियान शुरू करने जा रहे हैं। जागलान के अनुसार ग्राम पंचायत की कार्यवाही लिखने, डॉक्यूमेंटेशन करने, फाइल करने, सीएसआर के लिए पहुंच हासिल करने और जीपीडीपी का प्लान बनाने में एआई की भूमिका अहम है ।
इन राज्यों में हो चुका है एआई फ्रेंडली ग्राम पंचायत बनाने का काम
सुनील जागलान ने बताया कि एआई का युग आ चुका है और हमें इसके सकारात्मक प्रयोग से बेहतर दुनिया बनाने की दिशा में काम करना चाहिए। भारत में आज भी लगभग 65 प्रतिशत आबादी गांव में रहती है, और सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल 2030 को प्राप्त करने के लिए एआई एक महत्वपूर्ण टूल हो सकता है। जागलान ने बताया कि हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, और उत्तर प्रदेश की कुछ पंचायतों में एआई फ्रेंडली ग्राम पंचायत बनाने का काम शुरू हो चुका है। उन्होंने बताया कि एआई के इस्तेमाल से सरपंच अपने गांव की व्यवस्थित विकास योजनाएं बना सकते हैं। तकनीकी का अगर सकारात्मक रूप से इस्तेमाल किया जाए तो वह बेहतर साबित हो सकती है। पंचायतें देश की पहली सरकार होती है का अगर इसकी शुरूआत यहां से की जाए तो गांव स्तर पर एआई क्रांति लाई जा सकती है।
सुनील जागलान ने कहा कि बताया कि उनके बीबीपुर मॉडल ऑफ विमेन एम्पॉवरमेंट एंड विलेज डेवलपमेंट के माध्यम विकसित भारत 2047 बनाने के लिए गॉंवो को गोद लेकर कार्य किया जा रहा है जहॉं पर पंचायतों को पहले हमने डिजिटिल विलेज बनाया व अब एआई का प्रयोग करना सिखा रहे हैं । हम पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार को भी इसका प्रपोज़ल भेजेंगे ।
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जींद जिले के बीबीपुर गांव के सरपंच रहे हैं सुनील जागलान
गौरतलब है कि सुनील जागलान हरियाणा के जींद जिले के बीबीपुर गांव के सरपंच रहे हैं और उन्होंने देश को पहली महिला हितैषी एवं बाल हितैषी और डिजिटिल पंचायत दी है। उनको दो बार राष्ट्रीय पुरूस्कार भी मिले हैं तथा उनके पंचायती राज पर किए गए कार्य पर बनी डॉक्युमेंट्री फिल्म सनराईज को भी दो राष्ट्रीय फिल्म फ़ेयर पुरस्कार मिले हैं व यह हावर्ड यूनिवर्सिटी में भी दिखाई गई है । उनके पंचायत कार्यों पर ए विलेज नेम्ड बीबीपुर का पाठ आठवीं कक्षा में पढ़ाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नौ बार उनकी तारीफ़ कर चुके है। देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जी ने भी उनके कार्यों की प्रशंसा की थी। सुनील जागलान एक दशक से देश भर में पंचायती राज सशक्त करने के लिए कार्य कर रहे हैं।
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