Edited By Deepak Kumar, Updated: 10 Apr, 2025 07:50 PM

हरियाणा में कन्या भ्रूण हत्या के स्टिंग में हिसार के डिप्टी सीएमओ पर गाज गिर गई है। सरकार ने डिप्टी सीएमओ डॉ. प्रभु दयाल को सस्पेंड कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल की ओर से जारी आदेश के मुताबिक डॉ. प्रभु निलंबन पीरियड...
हिसार (विनोद सैनी) : हरियाणा में कन्या भ्रूण हत्या के स्टिंग में हिसार के डिप्टी सीएमओ पर गाज गिर गई है। सरकार ने डिप्टी सीएमओ डॉ. प्रभु दयाल को सस्पेंड कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल की ओर से जारी आदेश के मुताबिक डॉ. प्रभु निलंबन पीरियड के दौरान वह भिवानी में तैनात रहेंगे। दरअसल, हरियाणा सरकार ने एक निजी चैनल के कन्या भ्रूण हत्या पर किए गए स्टिंग आपरेशन पर संज्ञान लेते हुए हिसार के डिप्टी सिविल सर्जन/नोडल आफिसर (PNDT) डॉ. प्रभु दयाल को तत्काल सस्पेंड कर किया है।
कन्या भ्रूण हत्या करवाने के मामले में संलिप्त
डॉ. प्रभु दयाल हिसार के गांव गंगवा के रहने वाले हैं। इसी गांव से ही मंत्री रणबीर गंगवा संबंध रखते हैं। डॉ. प्रभु दयाल हिसार में सबसे अहम माने जाने वाले पद पीएनडीटी के नोडल ऑफिसर का चार्ज संभाले हुए थे। चैनल ने स्टिंग के माध्यम से बताया था कि हिसार सिविल अस्पताल के कर्मचारी कन्या भ्रूण हत्या करवाने के मामले में संलिप्त हैं। बाकायदा इसका एक वीडियो जारी किया गया था। दरअसल, हिसार में प्रशासन की तमाम सख्ती के बावजूद कन्या भ्रूण हत्या का नेटवर्क फैला हुआ है।

स्टिंग के बाद वीडियो वायरल होने हरियाणा सरकार का एक्शन
सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करवाने आने वालों पर निगरानी रखी जाती है। अस्पताल परिसर में ही दलाल घूम रहे होते हैं जो इनको एजेंट तक पहुंचाते हैं। एक स्टिंग में पता चला है कि सिविल अस्पताल में कार्यरत एक महिला कर्मी इस गिरोह और सरगना के बीच कड़ी का काम करती है। 50 हजार से लेकर 2 लाख रुपये तक में सौदा किया जाता है और गर्भ में पल रहा बच्चा लड़का है या लड़की इसके बारे में बताया जाता है। स्टिंग के बाद वीडियो वायरल होने के बाद हरियाणा सरकार एक्शन में आई और हिसार में पीएनडीटी एक्ट के नोडल अधिकारी डिप्टी सीएमओ डॉ. प्रभु दयाल को सस्पेंड कर दिया। वहीं हरियाणा सरकार का कहना है कि कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए स्टेट टास्क फोर्स का गठन किया है।
पिछले 2 माह में एफआईआर दर्ज
पिछले तीन माह में हरियाणा के 1500 एमटीपी सेंटर में से 300 के रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिए हैं। इसके अलावा 17 ऑनलाइन एमटीपी किट विक्रेता के खिलाफ पिछले 2 माह में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। पिछले दो माह में 23 पीएनडीटी रेड हुई है और उन सेंटर्स को बंद कर दिया गया है। अब एमटीपी किट्स सिर्फ रजिस्टर्ड एमटीपी सेंटर पर ही दी जाएगी इस बारे में आदेश जारी किए जा चुके हैं।
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