किसानों के हित के लिए हरदम खड़ी रहेगी हरियाणा सरकार: सीएम नायब सिंह सैनी

Edited By Yakeen Kumar, Updated: 14 Dec, 2024 09:48 PM

haryana government always stands with farmers and farmers

पिछले दस वर्षों में किसान और किसानी को सुदृढ करने के लिए अवत इंजन सरकार ने किसान हित में अनेक फैसले लिए हैं। बीज से लेकर बाजार तक हर दिन हरियाणा सरकार किसान के साथ कदम के साथ कदम मिलाकर चत्त रही है।

चंड़ीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा है कि पिछले दस वर्षों में किसान और किसानी को सुदृढ करने के लिए अवत इंजन सरकार ने किसान हित में अनेक फैसले लिए हैं। बीज से लेकर बाजार तक हर दिन हरियाणा सरकार किसान के साथ कदम के साथ कदम मिलाकर चत्त रही है। 

खेती और किसानों को सुदृढ़ करने के लिए हरियाणा सरकार लगातार काम कर रही है। किसान हित में हरियाणा सरकार की ओर से लिए गए प्रमुख फैसलों की बात करें तो हरियाणा देश पहला राज्य है जहां सभी 24 फसतों की खरीद एमएसपी पर की जा रही है। किसानों को 72 घण्टे के भीतर उनकी फसलों का भुगतान किया जाता है।

मेरी फसत, मेरा ब्योरा डी.बी.टी. के माध्यम से 12 लाख किसानों के खातों में फसल खरीद के 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये डाले गए।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत पात्र छोटे किसानों को 6000 रुपये वार्षिक दिए जाते हैं। अब तक 20 लाख किसानों के खातों में 6100 करोड़ रुपये से अधिक राशि ट्रांसफर की गई है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अब तक 33 लाख से अधिक किसानों को 8600 करोड़ रुपये से अधिक बीमा क्लेम के रूप में दिए जा चुके हैं।
यह हरियाणा की डबल इंजन सरकार है कि प्राकृतिक आपदा से फसलें नष्ट होने पर किसानों की 13000 करोड़ रुपये से अधिक की मुआवजा राशि दी जा चुकी है, जबकि पिछली सरकार के 10 साल के कार्यकाल में मात्र 1158 करोड़ रुपये की राशि मुआवजे के रूप में दी गई थी।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अब तक 33 लाख से अधिक किसानों को 8600 करोड़ रुपये से अधिक बीमा क्लेम के रूप में दिए जा चुके हैं।
यह हरियाणा की डबल इंजन सरकार है कि प्राकृतिक आपदा से फसलें नष्ट होने पर किसानों की 13000 करोड़ रुपये से अधिक की मुआवजा राशि दी जा चुकी है, जबकि पिछली सरकार के 10 साल के कार्यकाल में मात्र 1158 करोड़ रुपये की राशि मुआवजे के रूप में दी गई थी।

किए गए कार्य

सब्जियों व फलों की खेती करने वाले किसानों को बाजार भाव के
अंतर की भरपाई के लिए भावांतर भरपाई योजना शुरू की गई। इसके तहत 16 हजार किसानों को 64 करोड़ रुपये की राशि दी जा चुकी है।
अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे आवियाने को जड़ से खत्म किया
तथा 134 करोड़ रुपये का बकाया आवियाना भी माफ किया।
बारिश कम होने से किसानों के आर्थिक बोझ को कम करने के
लिए खरीफ फसतों के लिए 2 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से 825 करोड़ रुपये की बोनस राशि जारी की।
गन्ने का भाव बढ़ाकर 386 रुपये प्रति क्रिटत तक किया गया है।
पहले विधानसभा सत्र में ही किसान हित में 3 नए कानून बनाए
हरियाणा कृषि भूमि पट्टा विधेयक-2024 पारित करके पट्टेदार किसानों और भूमि मालिकों के बीच विश्वास बहाली का काम किया है।
ईस्ट पंजाब पुटित्ताइजेशन ऑफ लैंड एक्ट-1949 के तहत शामलात भूमि पर 20 वर्षों से काविळ कृषक पट्टेदारों को उस भूमि का मालिकाना हक दिया है।

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