Edited By Gourav Chouhan, Updated: 20 Sep, 2022 04:27 PM

ई-ट्रेडिंग के माध्यम से अनाज बेचने से बड़े-बड़े उद्योगपतियों को इससे लाभ होगा। गर्ग ने कहा कि सरकार नए-नए फरमान जारी कर किसान व आढ़तियों को बर्बाद करने पर तुली हुई है।
टोहाना(सुशील): हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव बजरंग गर्ग ने टोहाना अनाज मंडी पहुंचकर आढ़तियों की हड़ताल का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि सरकार के तानाशाही फरमान के विरोध में आढ़ती एसोसिएशन की हड़ताल दिन भी ऐतिहासिक रही। सरकार द्वारा अनाज की खरीद ई-ट्रेडिंग से करने के आदेश से प्रदेश के आढ़ती, किसान व पल्लेदारों में भारी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि किसान की फसल खुली बोली में बेचने से किसानों को अपनी फसल के पूरे भाव मिलते हैं। ई-ट्रेडिंग के माध्यम से अनाज बेचने से बड़े-बड़े उद्योगपतियों को इससे लाभ होगा। गर्ग ने कहा कि सरकार नए-नए फरमान जारी कर किसान व आढ़तियों को बर्बाद करने पर तुली हुई है।
उन्होंने कहा कि सरकार को किसान की फसल पहले की तरह खुली बोली में बेचने के आदेश जारी करने चाहिए, ताकि प्रदेश के किसान व आढ़तियों को राहत मिल सके। बजरंग गर्ग ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद मार्केट फीस लेने का कोई औचित्य नहीं बनता। सरकार ने वादा किया था कि जीएसटी लगने के बाद कोई अतिरिक्त टैक्स नहीं लगेगा। पूरे देश में एक टैक्स प्रणाली लागू की जाएगी। सरकार ने मार्केट फीस खत्म करने की बजाएं धान पर मार्केट फीस 1 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत कर दी है, जिसके चलते किसानों को धान के भाव कम मिलेंगे। सरकार को धान पर मार्केट फीस पहले की तरह 1 प्रतिशत करनी चाहिए।
बजरंग गर्ग ने यह भी कहा कि किसान की हर फसल मंडी के आढ़तियों के माध्यम से बिक्री होने के साथ-साथ आढ़तियों को हर फसल पर 2.5 प्रतिशत आढ़त मिलनी चाहिए, जो कि सालों से ही मिल रही है। अगर सरकार ने आढ़तियों की मांगों को नहीं माना तो प्रदेश का व्यापारी, किसान, पल्लेदार व मुनीम सड़कों पर उतरकर जोरदार आंदोलन करेगा। सरकार को ऐसा कोई फैसला नहीं लेना चाहिए जो किसान, आढ़ती व पल्लेदारों के विरोध में हो।
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