Edited By Yakeen Kumar, Updated: 21 Feb, 2025 08:42 PM
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सीएम सैनी ने आलू उत्पादक किसानों को भावांतर भरपाई योजना का लाभ देने का निर्णय लिया है। किसानों को पिछले वर्ष 2023-24 की बकाया राशि 46.34 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
चंडीगढ़ : सीएम सैनी ने आलू उत्पादक किसानों को भावांतर भरपाई योजना का लाभ देने का निर्णय लिया है। किसानों को पिछले वर्ष 2023-24 की बकाया राशि 46.34 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। किसानों को सलाह दी कि आलू का भाव कम होने की स्थिति में फसल को कोल्ड स्टोर में रखा जा सकता है।
प्रदेश सरकार ने प्रदेश के किसानों को जोखिम मुक्त करने को योजना भावांतर भरपाई की शुरुआत की। इसका उद्देश्य मंडियों में बिक्री मूल्य में गिरावट आने के कारण किसानों को आर्थिक नुकसान से बचाना है। योजना में कुल 21 बागवानी फसलों को शामिल किया गया है, जिसमें 5 फल फसलें, 14 सब्जी फसलें व 2 मसाला फसलें शामिल हैं। योजना में बागवानी फसलों की उत्पादन लागत के आधार पर संरक्षित मूल्य निर्धारित किया जाता है। मंडियों में बिक्री के दौरान उपरोक्त बागवानी फसलों के निर्धारित संरक्षित मूल्य से कम दाम मिलने पर संरक्षित मूल्य व बिक्री मूल्य में अन्तर की भरपाई प्रोत्साहन सहायता राशि के रूप में की जाती है।
योजना के शुभारंभ से अब तक कुल 3,15,614 किसानों ने 7,02,220 एकड़ क्षेत्र का योजना में पंजीकरण करवाया है व 110 करोड़ रुपए से ज्यादा की सहायता राशि 24,385 किसानों को दी गई है। योजना का लाभ लेने के लिए किसान द्वारा अपनी फसल का पंजीकरण 'मेरी फसल मेरा ब्योरा' पोर्टल पर किया जाता है।
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