Edited By Shivam, Updated: 24 Aug, 2020 07:50 PM
कोरोना वायरस ने जहां दुनिया में खौफ फैलाया हुआ है, वहीं कोरोना के चलते हरियाणा सरकार भी हिल गई है। ऐसा नहीं है कि सरकार गिरने जा रही है, बल्कि हरियाणा में आने वाली 26 अगस्त को विधानसभा सत्र शुरू किया जा रहा है, लेकिन उसके पहले मुख्यमंत्री सहित...
चंडीगढ़ (उमंग): कोरोना वायरस ने जहां दुनिया में खौफ फैलाया हुआ है, वहीं कोरोना के चलते हरियाणा सरकार भी हिल गई है। ऐसा नहीं है कि सरकार गिरने जा रही है, बल्कि हरियाणा में आने वाली 26 अगस्त को विधानसभा सत्र शुरू किया जा रहा है, लेकिन उसके पहले मुख्यमंत्री सहित विधानसभा स्पीकर व अन्य महत्वपूर्ण भूमिका वाले लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसके बाद से सरकार में यह उथल पुथल है।
इसी के चलते विधानसभा कार्यालय की ओर से आदेश जारी किए गए हैं कि सत्र की कार्यवाही विधानसभा अध्यक्ष की बजाए अब डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा की देखरेख में की जाए। इसके पीछे कारण यह है कि विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और उन्होंने खुद को आइसोलेट किया हुआ है।
खट्टर मिले कोरोना पॉजिटिव
गौरतलब है कि सोमवार देर शाम मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी खुद को कोरोना संक्रमित होने की जानकारी ट्विटर पर शेयर की है। मुख्यमंत्री मनोहर ने कहा कि वे कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि बीते एक सप्ताह में जितने भी कर्मचारी व सहयोगी उनके संपर्क में आए हैं, वे सभी अपना कोरोना टेस्ट करवाएं और तुरंत क्वरांटाइन हो जाएं।
विधानसभा में प्रवेश के लिए दिखानी होगी निगेटिव रिपोर्ट
विस स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने विधानसभा को कोरोना से सुरक्षित रखने के लिए सत्र में शामिल होने वाले सभी विधायकों, अधिकारियों, कर्मचारियों व अन्य लोगों के प्रवेश के लिए उन्हें अपनी कोरोना निगेटिव रिपोर्ट लाने के लिए कहा है। यदि किसी के पास कोरोना निगेटिव रिपोर्ट नहीं होगी तो उसे सदन में प्रवेश नहीं मिलेगा। गुप्ता ने बताया है कि यह आदेश सख्ती से लागू किए जाएंगे।