Edited By Manisha rana, Updated: 12 Jun, 2023 01:50 PM
![gagan jot becomes army officer](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2023_6image_13_49_440098743balad-ll.jpg)
घर में पिता से प्यार मिले फिर उन्हीं से ट्रेनिंग के दौरान डांट सुननी पड़े तो कितना अजीब लगता है। अगर वहीं डांट कामयाबी की सिढ़ी बन जाए तो आप ऐसी डांट हर दिन सुनना चाहेंगे।
अंबाला : घर में पिता से प्यार मिले फिर उन्हीं से ट्रेनिंग के दौरान डांट सुननी पड़े तो कितना अजीब लगता है। अगर वहीं डांट कामयाबी की सिढ़ी बन जाए तो आप ऐसी डांट हर दिन सुनना चाहेंगे। बता दें कि अंबाला के रहने वाले गगन जिस आईएमए में ट्रेनिंग लेकर आर्मी ऑफिसर सेलेक्ट हुए हैं, वहां इंस्ट्रक्टर कोई और नहीं बल्कि उनके पिता सूबेदार मेजर गुरदेव सिंह थे।
गगन जोत की कहानी देशभर के उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जो अपनी ईमानदारी और मेहनत के दम पर जीवन में कुछ करना चाहते हैं। उनके दादा रिटायर्ड सूबेदार अजीत सिंह 1947 में विभाजन के बाद पाकिस्तान से आए थे। अजीत सिंह भी अपने पोते की ग्रेजुएट सेरेमनी देखने IMA आए थे। पोते की सफलता पर भावुक होकर अजीत सिंह ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उनका पोता परिवार में पहला आर्मी ऑफिसर बन गया है। उन्होंने बताया कि गगन जोत का छोटा भाई 22 वर्षीय जशन जोत सिंह भी सेना में सिपाही है।
वहीं बेटे की कामयाबी पर गर्व महसूस करते हुए पिता गुरदेव सिंह ने कहा कि सेना में बेटा लेफ्टिनेंट बन गया है, इसकी उन्हें अपार खुशी है। गगन जोत सिंह को सेना में भर्ती होने की प्रेरणा उनके पिता और दादा से मिली। गगन के दादा अजीत सिंह बतौर सेना से सूबेदार रिटायर हुए थे।
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