फतेहाबाद घूस कांड मामला: दूसरी बार मुकरा विधायक दुडाराम का पूर्व ड्राइवर

Edited By Isha, Updated: 15 Sep, 2022 10:26 AM

former driver of mla dudaram faced second time

फतेहाबाद रिश्वत कांड में बुधवार को नया मोड़ आ गया जब विधायक दुडा राम के पूर्व ड्राइवर सुभाष उर्फ टोपी ने पुलिस कप्तान को एक शिकायत पत्र सौंपकर विधायक एवं उनके पीए राजगीर पर लगाए आरोप वापस ले लिए और कहा कि गलतफहमी में उन्होंने विधायक के पीए राजवीर प

फतेहाबाद: फतेहाबाद रिश्वत कांड में बुधवार को नया मोड़ आ गया जब विधायक दुडा राम के पूर्व ड्राइवर सुभाष उर्फ टोपी ने पुलिस कप्तान को एक शिकायत पत्र सौंपकर विधायक एवं उनके पीए राजगीर पर लगाए आरोप वापस ले लिए और कहा कि गलतफहमी में उन्होंने विधायक के पीए राजवीर पर आरोप लगाए थे और वह दबाव में था। हालांकि पहले भी जब सुभाष ने जब जहर घटक कर विधायक एवं उनके पीए राजवीर पर संगीन आरोप जड़े थे तो फिर 4 दिन बाद सुभाष ने अपने बयानों से पलट गया था, लेकिन जैसे ही समय बीता तो सुभाष ने फिर से विधायक के पीए पर नौकरी के बदले रिश्वत लेने के गंभीर आरोप जड़ दिए थे और विधायक के आवास के बाहर धरना लगा दिया था। हालांकि सुभाष द्वारा अपने बयानों से पलटने पर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। कुछ नेताओं ने आरोप लगाया कि विधायक ने सुभाष उर्फ टोपी को पैसे वापस कर दिए हैं। अब यह भविष्य के गर्भ में है कि इस मामले का पटाक्षेप दबाव में अब हुआ है यहां पहले दबाव में हुआ था।

बुधवार का घटनाक्रम
बुधवार को यह पूरा मामला फिर से एक बार पलट गया जब विधायक डूडाराम के पूर्व ड्राइवर सुभाष लघु सचिवालय स्थित पुलिस कप्तान के कार्यालय में पहुंचे। उन्होंने पुलिस कप्तान आस्था मोदी को एक लिखित में बयान देकर यह बात कबूल की थी की विधायक दुडा राम व उनके पीए राजवीर पर जो आरोप लगाए थे वह है गलतफहमी और दबाव में लगाए थे वह अपने आरोप वापस ले रहा है। उसने यह आरोप दबाव में लगाए थे। इस घटनाक्रम के बाद फतेहाबाद की राजनीति में तरह-तरह की चर्चाओं का जोर है क्योंकि सुभाष अब दूसरी बार अपने बयानों से पलट गया है। गौरतलब है कि पुलिस कप्तान द्वारा एसआईटी का गठन करके इस मामले की जांच की जा रही थी वही किसान नेताओं द्वारा पुलिस को अल्टीमेटम दिया गया था कि यदि 16 सितंबर तक मामले की निष्पक्ष जांच नहीं होती है तो वह फतेहाबाद में महापंचायत बुलाएंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे, लेकिन बुधवार को पीड़ित सुभाष अपने बयानों से पलट गया और फिर से यह मामला अलग मोड ले गया।
क्या था मामला
विधायक दुडा राम के पी के पीए राजवीर पर उनके पूर्व ड्राइवर सुभाष द्वारा 10 लोगों से अलग-अलग नौकरी लगवाने के नाम पर 85 लाख के लेनदेन के आरोप लगे थे। बकायदा सुभाष ने 10 लोगों की सूची पुलिस कप्तान को सोपकर राजवीर पर मामला दर्ज करने की गुहार थी और इसी के चलते ड्राइवर सुभाष व उसके परिजनों ने भट्टू रोड स्थित विधायक के घर का घेराव किया था औरर धरना प्रदर्शन किया था। यह प्रदर्शन एक रात और 1 दिन तक जारी रहा था बाद में पुलिस ने रास्ता रोकने के जुर्म में 40 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। रिश्वत कांड का यह मामला पूरे प्रदेश में छाया हुआ था, लेकिन बुधवार को जैसे ही सुभाष ने अपने बयानों से पलटी मारी तो राजनीतिक गलियारों में चर्चा छिड़ गई की सुभाष पहले दबाव में था या अब दबाव में है।

वर्जन
मामले की जांच चल रही है सुभाष ने आज एक बयान दीया हैं हम कॉमन नहीं कर सकते। मामला विचाराधीन है कल तक खुलासा कर दिया जाएगा ।
आस्था मोदी, पुलिस कप्तान फतेहाबाद।

कमेटी के सदस्यों ने कहा भ्रष्टाचार तो हुआ है कमेटी चाहे तो हो सकती है महापंचायत
फतेहाबाद घूस कांड मामले में प्रस्तावित 16 सितंबर की महापंचायत अब होगी या नहीं इसका फैसला कमेटी द्वारा किया जाएगा। क्योंकि पीड़ित भाजपा विधायक दूडा राम के पूर्व ड्राइवर सुभाष ने अपने आरोप वापस ले लिए हैं । इसी बात को लेकर कमेटी के सदस्य एडवोकेट धर्मपाल जाखल ने कहा कि भ्रष्टाचार तो हुआ है यदि कमेटी चाहे तो महापंचायत हो सकती है यही बात आप नेता कल्याण सिंह ने भी कही


 

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