Edited By Saurabh Pal, Updated: 11 Jul, 2023 02:40 PM

कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ कर्मचदं ने जानकारी देते हुए बताया पहाड़ों में हो रही तेज बारिश का असर हरियाणा में भी देखने को मिला है। कैथल जिले में सबसे ज्यादा गुहलाचीका एरिया में इसका प्रभाव देखने को मिला है। वहीं कलायत और राजौदं में बरसात कम है, यदि...
कैथल(जयपाल रसूलपुर) : कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ कर्मचदं ने जानकारी देते हुए बताया पहाड़ों में हो रही तेज बारिश का असर हरियाणा में भी देखने को मिला है। कैथल जिले में सबसे ज्यादा गुहलाचीका एरिया में इसका प्रभाव देखने को मिला है। वहीं कलायत और राजौदं में बरसात कम है, यदि वहां पर बरसात है तो फसल के अनुरूप पर्याप्त मात्रा में हैं।
गुहला-चीका और उसके साथ लगते एरिया के सभी किसानों को हम सलाह देने चाहेंगे खेतों में यदि जलभराव की स्थिति है और धान की फसल उसमें डूब गई है ऐसी स्थिति में किसान पानी की निकासी करें।वहीं किसानों ने जिन फसलों का बीमा करवाया है कपास बाजरा मक्का जलभराव से यदि प्रभावित हुई हैं तो उसका पूरा विवरण विभाग को दे सकते हैं। विभाग के कर्मचारी वहां पर रिपोर्ट तैयार करेंगे और किसानों की हर संभव मदद की जाएगी। वहीं धान की फसल फसल बीमा में कवर नहीं है, क्योंकि धान की फसल को जलभराव की स्थिति से बाहर निकाल दिया गया है।
कृषि अधिकारी डॉ.कर्मचदं ने कहा कि इस वक्त कोई भी किसान भाई खरपतवार या खाद अपनी फसल में ना डाले जब मौसम साफ होने के बाद डालें। चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है, यदि जलभराव है तो उस पानी को कहीं ना कहीं निकाल दें।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)