Edited By Isha, Updated: 12 Dec, 2023 03:19 PM
दिसंबर महीने की शुरुआत के दस दिन बीत चुके है दिसंबर महीना अपनी ठिठुरन वाली सर्दी के लिए जाना जाता है। लेकिन अभी के मौसम को देखते हुए किसानों को सावधान रहना चाहिए, क्योंकि गेहूं की फसल खराब हो सकती है। गेहूं की फसल को ठंडे वातावरण की जरूरत हो
फतेहाबाद(रमेश): दिसंबर महीने की शुरुआत के दस दिन बीत चुके है दिसंबर महीना अपनी ठिठुरन वाली सर्दी के लिए जाना जाता है। लेकिन अभी के मौसम को देखते हुए किसानों को सावधान रहना चाहिए, क्योंकि गेहूं की फसल खराब हो सकती है। गेहूं की फसल को ठंडे वातावरण की जरूरत होती है। ऐसे में हालिया मौसम की गर्मी को देखते हुए आशंका है कि गेहूं उत्पादन पर असर पड़ सकता है। आमतौर पर दिसंबर के महीने में तापमान में गिरावट देखी जाती है। लेकिन रबी सीजन की शुरुआत में ही गेहूं की फसल के लिए अनुकुल तापमान नहीं देखा जा रहा है।
किसानो का कहना है की गेहूं की फसल अधिक तापमान में खराब हो जाती है क्योंकि गेहूं की फसल तापमान के लिहाज से अधिक सेंसिटिव होती है। समय के साथ तापमान का संतुलन ठीक न रहे तो गेहूं की बढ़वार प्रभावित होगी। साथ ही गेहूं के मिल्किंग स्टेज में दिक्कत आ सकती है।
इस बारे जानकारी देते हुए क़ृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजेश सिहाग ने बताया की दिसंबर महीने में तापमान में कुछ बढ़ोतरी है लेकिन गेंहू की फ़सल के लिए अनुकूल है । उन्होंने बताया की दिन में तापमान बढ़ता है और रात के समय में तापमान में गिरावट आ जाती है। अगर ऐसे ही तापमान में बढ़ोतरी हुई तो गेंहू की फ़सल की फ़सल के उत्पादन में कमी आ सकती है। उन्होंने बताया की इस फतेहाबाद जिला में पिछली बार 1 लाख 82 हजार हेक्टेयर में गेंहू की बिजाई की गई थी जोकि इस बार 1 लाख 75 हजार हेक्टेयर की बिजाई हुई है। पिछले साल की अपेक्षा इस बार कुछ कम बिजाई हुई है।