Edited By Gourav Chouhan, Updated: 12 Sep, 2022 07:02 PM

किसान नेताओं और सरकारी अधिकारियों के बीच वार्ता हुई, जिसमें किसानों की मांगों को लेकर सहमति बन गई है। किसान नेताओं ने मीटिंग के बाद बताया कि सरकार के साथ बातचीत सकारात्मक रही है।
पंचकूला(उमंग): देह शामलात, जुमला मुस्तका और पट्टे वाली जमीन समेत इस तरह की भूमि को किसानों को पक्के तौर पर मालिकाना हक देने के लिए नया कानून बनाने की मांग को लेकर किसानों ने पंचकूला में जोरदार प्रदर्शन किया। इसके बाद किसान नेताओं और सरकारी अधिकारियों के बीच वार्ता हुई, जिसमें किसानों की मांगों को लेकर सहमति बन गई है। किसान नेताओं ने मीटिंग के बाद बताया कि सरकार के साथ बातचीत सकारात्मक रही है। उन्होंने बताया कि अन्य साथियों के साथ बात करने के बाद बैठक को लेकर पूरी जानकारी दी जाएगी।
जमीनों के मालिकाना हक और मुआवजे के लिए किया गया प्रदर्शन
किसान नेताओं का कहना है कि सरकार के साथ उनकी बैठक सफल रही है। किसानों की ज्यादातर मांगों को लेकर सरकार का सकारात्मक रहा है। उन्होंने बताया कि किसानों का यह प्रदर्शन जमीनों के मालिकाना हक के साथ ही धान के पौधे विकसित न होने की वजह से किसानों को हुए नुकसान के उचित मुआवजा के लिए किया गया है।

सीएम आवास का घेराव करने की कोशिश में पुलिस के साथ हुई थी किसानों की धक्का मुक्की
दरअसल किसानों ने पहले ही चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने का ऐलान किया था। इसी के तहत आज बड़ी संख्या में किसान सीएम आवास का घेराव करने के लिए चंडीगढ़ पहुंचे थे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पंचकूला पुलिस की ओर से करीब 1200 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। पुलिस ने नाडा साहिब के पास, माजरी चौक और हाउसिंग बोर्ड पर नाका लगाकर प्रदर्शनकारी किसानों को रोकने की कोशिश भी की, लेकिन किसानों ने बैरिकेड्स तोड़कर सीएम आवास की ओर बढ़ने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस के साथ किसानों की धक्का मुक्की भी हुई। इसके बाद सरकार ने किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया, जहां किसानों की अधिकतम मांगों को लेकर सहमति बन गई है।
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