Edited By Isha, Updated: 21 Sep, 2024 11:26 AM
साइबर अपराध के मामले हर रोज बढ़ रहे हैं लेकिन पुलिस लाेगों को जागरूक करने तक ही सिमटी हुई है। साइबर ठग नए-नए तरीके अपना रहे हैं। कहीं रसोई गैस कनैक्शन कटने तो किसी के बैंक खाता से बिना जानकारी लाखों रुपए गायब कर
करनाल: साइबर अपराध के मामले हर रोज बढ़ रहे हैं लेकिन पुलिस लाेगों को जागरूक करने तक ही सिमटी हुई है। साइबर ठग नए-नए तरीके अपना रहे हैं। कहीं रसोई गैस कनैक्शन कटने तो किसी के बैंक खाता से बिना जानकारी लाखों रुपए गायब कर लिए गए हैं। जागरूकता कार्यक्रमों के बावजूद सितम्बर माह के मामलों में ठगों की हरकत पर लगाम नहीं लगाई जा सकी।
इसलिए आम शहरी को स्वयं ही जागरूक होने की जरूरत है। पुलिस आरोपियों तक पहुंच तो रही है लेकिन पूरी तरह से ठगी रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है। कहने को तो साइबर क्राइम को रोकने के लिए अलग से साइबर क्राइम थाने खोले गए हैं, मगर पीड़ित कार्रवाई व न्याय को लेकर लगातार पुलिस के चक्कर काटने को मजबूर हो रहे हैं।
ज्यादातर साइबर ठग फर्जी मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल कर ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं। इतना ही नहीं उनकी लोकेशन भी मिनटों में बदलती रहती है। कभी उनकी लोकेशन दिल्ली की आती है तो अगली मिनट में लोकेशन उड़ीसा, पश्चिम बंगाल की आने लगती है जिससे पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।