Edited By Shivam, Updated: 28 Apr, 2019 06:36 PM
लोकसभा चुनावों की गर्मी के बीच भाजपा के लिये किसानों ने भी खतरे की घंटी बजा दी है। आग से तबाह हुई गेहूं की फसल का मुआवजा नहीं मिलने की सूरत में बहादुरगढ़ के किसानों ने गुडग़ांव और फरीदाबाद का पानी रोकने की चेतावनी दी है। दरअसल, बहादुरगढ़ के मांडोठी...
बहादुरगढ़(प्रवीण धनखड़): लोकसभा चुनावों की गर्मी के बीच भाजपा के लिये किसानों ने भी खतरे की घंटी बजा दी है। आग से तबाह हुई गेहूं की फसल का मुआवजा नहीं मिलने की सूरत में बहादुरगढ़ के किसानों ने गुडग़ांव और फरीदाबाद का पानी रोकने की चेतावनी दी है। दरअसल, बहादुरगढ़ के मांडोठी, मातन, सिलौठी और मेहन्दीपुर डाबौदा के किसानों की करीब 500 एकड़ गेहूं की फसल आग लगने से जल कर राख हो गई है।
किसानों का कहना है कि बिजली के तारों से निकली चिंगारी के कारण ऐसा हुआ है। किसानों की मांग के समर्थन में अब भारत भूमि बचाओ संघर्श समिती भी आ गई है। समिति के अध्यक्ष रमेश दलाल ने किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार का मुआवजा देने की मांग की है। रमेश दलाल का कहना है कि आपदा से राहत देने में आचार संहिता भी आड़े नहीं आती है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार और प्रशासन ने मुआवजा नहीं दिया तो 3 मई से मांडोठी के दलाल भवन में धरना शुरू कर दिया जाएगा।
गुडग़ांव माईनर के नजदीक ही मांडोठी में दलाल भवन बना हुआ है। किसानों का कहना है कि अगर फिर भी कोई समाधान नहीं हुआ तो फिर मजबूरी में गुडग़ांव माईनर और एनसीआर माईनर को बंद कर गुडग़ांव और फरीदाबाद के पानी को बंद कर देंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। किसानों का कहना है कि उनकी साल भर की मेहनत राख हो गई है । ना खुद के लिये खाने को है और ना ही पशुओं के लिए चारा बच पाया है।