Edited By Manisha rana, Updated: 28 Mar, 2025 07:56 AM

विधानसभा में नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने प्रदेश सरकार द्वारा पूर्व घोषित ईद के राजकीय अवकाश को रद्द कर वैकल्पिक अवकाश में बदलने को लेकर ऐतराज जताया।
चंडीगढ़ (बंसल) : विधानसभा में नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने प्रदेश सरकार द्वारा पूर्व घोषित ईद के राजकीय अवकाश को रद्द कर वैकल्पिक अवकाश में बदलने को लेकर ऐतराज जताया। अहमद ने कहा कि हमारा एक ही त्यौहार होता है। यह पूरे हिंदुस्तान में मनाया जाता है। राजपत्रित अवकाश को वैकल्पिक अवकाश में बदला जाना गलत है। इस पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सफाई दी कि 31 मार्च को मौजूदा वित्तीय वर्ष का अंतिम दिन होने के कारण यह फैसला लिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यह गलत है। पूरे देश में जब ईद पर राजपत्रित अवकाश है तो प्रदेश में इसे रद्द क्यों किया गया है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे व्यर्थ में सदन में मुद्दा न बनाया जाए।
बता दें कि यह पहला मौका है जब प्रदेश में ईद के राजपत्रित अवकाश को वैकल्पिक अवकाश में बदला गया है। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2024-25 की क्लोजिंग के कारण यह छुट्टी रद्द की गई है। 29 और 30 मार्च को वीकेंड (सप्ताहांत) है और 31 मार्च को वित्त वर्ष का आखिरी दिन है। हरियाणा सरकार की तरफ से इस वर्ष की शुरूआत में जारी किए गए कैलेंडर में 31 मार्च को राजपत्रित अवकाश घोषित किया गया था। सरकार द्वारा जनवरी में जारी की गई अधिसूचना में मार्च महीने में 3 राजपत्रित छुट्टियां दिखाई गई थीं जिनमें 14 मार्च शुक्रवार को होली, 23 मार्च रविवार को शहीदी दिवस और 31 मार्च सोमवार को ईद-उल-फितर की छुट्टी थी। इनमें होली और शहीदी दिवस पर प्रदेश के दफ्तरों में छुट्टी रही लेकिन ईद वाले राजपत्रित अवकाश को बदलकर वैकल्पिक अवकाश कर दिया गया है।
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