Edited By Manisha rana, Updated: 11 Oct, 2023 11:09 AM
यमुनानगर में एक बार फिर मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने अवैध खनन जैसी गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए कमर कस ली है। इसी के तहत कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री उड़नदस्ता रानीपुर गांव पहुंचा।
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता) : यमुनानगर में एक बार फिर मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने अवैध खनन जैसी गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए कमर कस ली है। इसी के तहत कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री उड़नदस्ता रानीपुर गांव पहुंचा। जहां मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने शाकंभरी स्क्रीनिंग प्लांट पर छापेमारी की।
दरअसल मुख्यमंत्री उड़नदस्ते को सूचना मिली थी कि मौके पर स्क्रीनिंग संयंत्र बंद अवस्था में हैं जबकि उसके कागजातों में खनन सामग्री की आना जाना रोजाना हो रहा है, जब मौके पर सीएम फ्लाइंग पहुंची तो आंका गया कि करीब 5 से 6 महीने से यह प्लांट बंद पड़ा है।
सीएम फ्लाइंग इंचार्ज ने बताया कि उन्होंने मौके पर खनन विभाग और बिजली विभाग को बुलाया। इस स्क्रीनिंग संयंत्र का बिजली का कनेक्शन भी कटा हुआ था, लेकिन फिर भी यहां पर बिजली के उपकरण चल रहे थे। खनन विभाग के अधिकारी ने उन्हें जाकर जानकारी दी कि करीब 2 महीने पहले भी इस पर इसी बात की कार्रवाई अमल में लाई गई थी और अधिकारियों को इसका पोर्टल बंद करने के लिए लिखा गया था। लेकिन पोर्टल बंद न होने का फायदा उठाकर यह कागजातों में परचेज बेच रहा था।
वहीं मौके पर आए खनन विभाग के अधिकारी ने बताया कि यमुनानगर में इसी तरह फर्जी परचेज बेचने का धंधा जोरों पर चल रहा है। इस स्क्रीनिंग संयंत्र पर दो महीने पहले भी इसी तरह की कार्रवाई की गई थी और अब सीएम फ्लाइंग के निर्देश पर दोबारा से इस पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हालांकि यह अनुमान कागजातों में देखकर ही पता चल पाएगा कि इसने अभी तक कितना बड़ा घोटाला किया है। फिलहाल इसके खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी। यह भी देखने वाली बात होगी क्योंकि दो महीने पहले इसी बात कार्रवाई की गई थी, फिर भी इस तरह से फर्जी तरीके से परचेज बेचने का मामला चल रहा था। क्या इसमें अधिकारियों की भी मिली भगत है, यह सभी एंगल जांच का विषय हो सकता हैं।