Edited By Sanjeev Nain, Updated: 04 Oct, 2023 04:38 PM

हरियाणा को किसानों की धरती कहा जाता है। जहां हमेशा से कृषि कार्य में नए-नए बदलाव देखने को मिलते हैं। वहीं अब जुलाना हल्के के दो बच्चों ने 3 से 4 फिट ऑर्गेनिक घीया उगा कर चर्चा में आ गए हैं। खास बाद यह है कि गांव उगालन में उगाए गए इस घिए में किसी भी...
जींद(विजेंद्र): हरियाणा को किसानों की धरती कहा जाता है। जहां हमेशा से कृषि कार्य में नए-नए बदलाव देखने को मिलते हैं। वहीं अब जुलाना हल्के के दो बच्चों ने 3 से 4 फिट ऑर्गेनिक घीया उगा कर चर्चा में आ गए हैं। खास बाद यह है कि गांव उगालन में उगाए गए इस घिए में किसी भी तरीके का केमिकल या मेडिसिन का प्रयोग नहीं किया गया है। बाजार में मिलने वाली घीया की बेलों से यह घीया अधिक स्वादिष्ट व पोषक तत्वों से भरपूर है।
बच्चों के पिता ने बताया कि उन्होंने किताबों में पढ़ा था और किसी दोस्त के यहां पता करने के बाद बच्चों में भी अपने घर पर पौधे लगाने की लालसा हुई। जिसके बाद उन्होंने शौकिया घीया की बेल लगाई। जिसका वे स्वयं देखभाल करते थे। बच्चे स्कूल जाने से पहले पौधे का निरीक्षण करते थे और स्कूल से आने के बाद दोबारा देखभाल करते थे। सके साथ खेत में भी काम करते थे। जिसका परिणाम है कि आज उनकी बेल पर प्राकृतिक शुद्ध और स्वादिष्ट या घीया लगी है।
अपने घर में खेती करने वाली बेटी यीशु ने बताया कि वह यह बीज कुरुक्षेत्र से लेकर आई थी। उसने अपने घर पर लगाया और गाय के गोबर की खाद के अलावा इसमें कोई और केमिकल नहीं डाला गया है। आजकल बाजार में मिलने वाली हर सब्जी में केमिकल होता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसान दायक होता है। उसने सोचा कि क्यों ना घर पर ही यह प्रयोग करके देखा जाए। बिना खाद दवाई के घीया लगाई काफी स्वादिष्ट भी बनी तथा हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। दवाई डालने से लाभ तो होता है, लेकिन हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव भी पड़ता है। यीशू ने बताया कि वह अपनी मेहनत का इतना बड़ा फल देखकर काफी खुश है।
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