Edited By Isha, Updated: 13 Sep, 2024 04:43 PM
कहते हैं कि भगवान के घर देर जरूर है लेकिन अंधेर नहीं है। अगर आप किसी चीज़ को शिद्दत से पाना चाहते हो तो भगवान भी वो चीज आपको देर ही सही लेकिन दे देता है, उसके लिए आपको बस एक सहारे की जरूरत होती है।
अम्बाला छावनी: कहते हैं कि भगवान के घर देर जरूर है लेकिन अंधेर नहीं है। अगर आप किसी चीज़ को शिद्दत से पाना चाहते हो तो भगवान भी वो चीज आपको देर ही सही लेकिन दे देता है, उसके लिए आपको बस एक सहारे की जरूरत होती है। आज कल संतान प्राप्ति के लिए लोग ना जाने कहां-कहां भटक रहे हैं। इतना ही नहीं, लोग लाखों रुपये तक खर्च कर देते हैं लेकिन फिर भी वे संतान सुख को तरस जाते हैं। अंबाला छावनी में एक ऐसा आयुर्वेदिक अस्पताल है जहां से कोई भी निराश नहीं लौटता। भले ही सुनने में आपको ये चमत्कार लगे, लेकिन यहां से लोगों को शादी के 30-32 साल बाद भी संतान की प्राप्ति हुई है।
हरियाणा के अंबाला छावनी में सराफा बाजार स्थित अमेरिकन अस्पताल के डॉ. केसी शर्मा ने ना जाने कितनी मांओं की गोदियां आबाद की हैं। लोग बहुत दूर-दूर से इनके पास इलाज के लिए आते हैं। एक शख्स ने बताया कि शादी के 32 साल बाद भगवान ने अपनी लीला दिखाई और हमें सन्तान की प्राप्त हुई। इससे पहले हमने अपना इलाज पालमपुर, शिमला, जालंधर, लुधियाना, अमृतसर के मशहूर अस्पतालों से व एम्स हॉस्पिटल दिल्ली, पी.जी.आई चंडीगढ से करवाया था, लेकिन लाखों रूपये ख़र्च कर भी निराशा ही हाथ लगी।
इलाज के लिए यहां पहुंते जोड़े ने बताया कि 9 बार आई .वी.एफ तथा 7 बार आई.यू.आई. कराने के बावजूद भी जब संतान न हुई तो हमने नब्ज दिखाकर अपना आयुर्वेदिक इलाज डॉ.के.सी.शर्मा, से करवाया और शादी के 32 साल बाद भगवान ने अपनी लीला दिखाई और हमें सन्तान की प्राप्त हुई। इससे पहले हमने अपना इलाज हमीरपुर, शिमला ,जालंधर, लुधियाना , अमृतसर के मशहूर हॉस्पिटलो से व एम्स हॉस्पिटल दिल्ली पी.जी.आई हॉस्पिटल चंडीगढ से करवाया था परंतु लाखों रूपये ख़र्च कर भी निराशा ही हाथ लगी, पर हमने हिम्मत नहीं हारी।
एक दिन कांगड़ा में रहने वाले मित्र ने बताया की उसको भी शादी के 34 साल बाद बच्चे की प्राप्ति डॉ.के.सी.शर्मा, को नब्ज दिखा कर आयुर्वेदिक इलाज करवा कर हुई थी । पति उम्र 59 वर्ष के शुक्राणु निल,सैक्स कमजोरी थी। पत्नी उम्र 54 वर्ष को हार्मोन ठीक न होने के कारण पीरियड आगे-पीछे, बच्चेदानी में गाँठ- रसौली, ए .एम .एच कम, फाइब्रॉइड व ओवरी में सिस्ट थे, अंडा-ओवम नहीं बनता था। पी.सी.ओ.डी. था। कईं कईं महीने पीरियड नही आता था। उसने सलाह दी कि अमेरिकन अस्पताल से आयुर्वेदिक इलाज करवाये क्योंकि उसको भी वहीँ से सन्तान की प्राप्ति हुई थी ।