Edited By Manisha rana, Updated: 08 Apr, 2022 06:17 PM
उत्तराखंड में हुई पेंचक सिलाट स्टेट चैंपियनशिप में हरियाणा के छोरे लोकिन्द्र (लविश) मिगलानी का खूब दमखम दिखा। लविश ने अपने वर्गभार 35-40 किलोग्राम...
चंडीगढ़ (धरणी) : उत्तराखंड में हुई पेंचक सिलाट स्टेट चैंपियनशिप में हरियाणा के छोरे लोकिन्द्र (लविश) मिगलानी का खूब दमखम दिखा। लविश ने अपने वर्गभार 35-40 किलोग्राम में अपने सभी प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़कर गोल्ड मेडल हासिल किया। यह प्रतियोगिता पेंचक सिलाट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड द्वारा रुद्रपुुर में आयोजित की गई थी। जिसमें प्रदेश के कोने-कोने से खिलाड़ी प्रतियोगिता में शामिल होने आए थे। लविश की फाइट को देख ना केवल खिलाड़ी बल्कि एसोसिएशन के पदाधिकारी भी दंग रह गए।
दरअसल लविश केे माता और पिता हरियाणा के पानीपत में रहते हैं, जबकि वह अपने दादा-दादी के पास देहरादून में रहकर पढ़ाई करता है और शिक्षा के साथ-साथ वह सेल्फ शक्ति डिफेंस एकेडमी में रोजाना पेंचक सिलाट की तैयारी करता है। मात्र 9 साल का लविश इससे पहले भी कई प्रतियोगिताओं में भाग ले चुका है और देहरादून जिला की प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल कर चुका है।
दादा प्रेमचंद ने बताया कि इससे पहले वह रोहतक में दिसंबर 2021 में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी शामिल हुआ था। लेकिन अधिक वजन के कारण मुकाबला अधिक बड़ी उम्र के प्रतिद्वंदी से हुआ। जिस कारण से मेडल तो नहीं आ पाया, लेकिन बहुत अच्छे खेल का प्रदर्शन लविश ने किया था। बता दें कि लविश देहरादून जिले का चैंपियन भी रह चुका है। उसने नवंबर 2021 में जिला देहरादून प्रतियोगिता में प्रतिद्वंदी को बुरी तरह से पछाड़ते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया था।
लविश की एकेडमी टीचर सारिका पटेल ने बताया कि वह वास्तव में एक अद्भुत बच्चा है। रोजाना करीब 3 घंटे तक कड़ी मेहनत करता है और उसका रोल मॉडल उसके जिला पानीपत का ही ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा है। हमेशा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने की बात करता है और अपने प्रैक्टिस को लगातार बिना लापरवाही के करता है। इसे देखकर ऐसा लगता है कि शायद खेलकूद हरियाणा के ब्लड में है।
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