Edited By Manisha rana, Updated: 15 Dec, 2022 11:59 AM

कैथल जिले में 25 से ज्यादा निजी अस्पताल बिना नक्शा पास करवाए और गलत एनओसी लेकर सरेआम नगर परिषद के नियमों की सरेआम धज्जियां...
कैथल (जयपाल) : कैथल जिले में 25 से ज्यादा निजी अस्पताल बिना नक्शा पास करवाए और गलत एनओसी लेकर सरेआम नगर परिषद के नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ा सरकार को चूना लगा रहे है जहां पूरे शहर की बात की जाए तो सिर्फ एक-दो अस्पताल को छोड़कर बाकी किसी भी हॉस्पिटल के पास नगर परिषद से पास करवाया गया बिल्डिंग का नक्शा नहीं है, कुछ अस्पतालों ने तो फार्म हाउस के नाम से गलत एनओसी ली हुई है जिसका केस भी कोर्ट में फिलहाल चला रहा है और कई हॉस्पिटल तो कमर्शियल और रेजिडेंशियल के नाम से गलत एनओसी लेकर वहां धड़ल्ले से अपना हॉस्पिटल चला रहे हैं।

कमाल की बात यह है कि यह सभी हॉस्पिटल पिछले करीब 25 सालों से चल रहे हैं, परंतु आज तक भी किसी भी नगर परिषद के अधिकारी ने इसकी और ध्यान नहीं दिया और अब मामला उठाए जाने के बाद नगर परिषद के ईओ कुलदीप मलिक ने इस मामले पर संज्ञान लिया है। उनका कहना है कि कैथल में कई हॉस्पिटल जो बिना नक्शा पास करवाए चल रहे हैं जबकि नियम अनुसार बिल्डिंग बनाने से पहले उनको नक्शा पास करवाना अनिवार्य है परंतु कुछ हॉस्पिटलों ने ऐसा नहीं किया जिनका फिलहाल अभी सर्वे करवाया जा रहा है उसके बाद सभी को नोटिस दिया जाएगा। यदि फिर भी वह नक्शा पास नहीं करवाते तो फिर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बड़ा सवाल खड़ा होता है कि आखिर जब इतनी बड़ी बड़ी इमारतें बन रही थी तो तब क्यों नहीं नगर परिषद द्वारा इनके कार्य को रुकवाया गया। जबकि यदि एक गरीब व्यक्ति अपना मकान या दुकान बनाता है तो नगर परिषद की टीम फौरन उसको नियमों का पाठ पढ़ाने के लिए पहुंच जाती है। यदि वह नियमों की अवहेलना करता है तो उसका काम भी रोक दिया जाता है। पर लगता है कि नगर परिषद के नियम सिर्फ गरीबों के लिए है, बड़े अमीर लोगों के लिए इनके यह नियम बोने पढ़ जाते हैं। अब देखना यह होगा कि कब तक नगर परिषद इन हॉस्पिटलों पर नकेल कसने में कामयाब होगी या फिर पहले की तरह यह हॉस्पिटल ऐसे ही अपनी मनमानी से चलते रहेंगे और सरकार व प्रशासन को ठेंगा दिखाते रहेंगे।
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