हरियाणा में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में आयुर्वेद को भी शामिल किया जाएगा: अनिल विज

Edited By Ajay Kumar Sharma, Updated: 03 Feb, 2023 11:56 PM

ayurveda will also be included in mbbs syllabus in haryana anil vij

हरियाणा के गृह, स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा में एमबीबीएस पाठयक्रम में आयुर्वेद को भी शामिल किया जाएगा।

चंडीगढ़(चद्रशेखर धरणी): हरियाणा के गृह, स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा में एमबीबीएस पाठयक्रम में आयुर्वेद को भी शामिल किया जाएगा। एमबीबीएस की डिग्री के तहत 4 साल विद्यार्थी एलोपैथिक की पढ़ाई करेगा, वहीं एक साल आयुर्वेद की पढ़ाई करेगा, इसके लिए एक टीम का गठन किया है जो कोर्स को तैयार करने का काम करेंगी। उन्होंने कहा कि जिस देश के लोग मजबूत होते हैं उनका राष्ट्र मजबूत होता है। आयुष मंत्री अनिल विज आज अंबाला छावनी में 75वें सूर्य नमस्कार अभियान कार्यक्रम के तहत राज्य स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे।

 

आयुष विभाग को अलग विभाग बनाकर दर्जा दे दिया: विज

 

आयुष मंत्री ने यह भी कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा इस दिशा में बहुत काम किया जा रहा है। हम लोगों को योग की ओर आकर्षित कर रहे हैं। कल ही कैबिनेट बैठक में आयुष विभाग को अलग विभाग बनाकर दर्जा दे दिया है ताकि यह विभाग भी दूसरे विभागों की तर्ज पर आगे आ सके और इसकी अलग पहचान हो, और जो भी कार्य इस विभाग द्वारा करने है वह किया जा सके। योग को आगे ले जाने के लिए हरियाणा में योग-आयोग बनाया गया है। हमने संकल्प लिया है कि हरियाणा प्रदेश के 6500 गावों में योगशालाएं बनें, इसके दृष्टिगत 1000 योगशालाएं बना दी गई हैं, बाकी पर काम चल रहा है। शहरों मंे भी जहां पर मुमकिन स्थान है वहां पर योगशालाएं बनाई जा रही है। अम्बाला छावनी में, इंदिरा पार्क में, सुभाष पार्क में, बब्याल में, लालकुर्ती में भी व्यायामशालाएं हैं। खुषी जताते हुए उन्होंने कहा कि सुभाष पार्क के सामने जो व्यायामशाला है उसमें प्रतिदिन 700 से 800 लोग व्यायाम करते हैं और यहां पर योग करने के लिए लाईनें लगती हैं। उन्होंने कहा कि “एलोपेथिक दवाओं की भांति अब आयुर्वेदिक दवाओं की भी रिएर्म्बसमेंट हो सकेंगी, मैनें कल ही फाइल साइन की”।

 

अल्टरनेट मैडिशन को बढावा देने के लिए आयुष विश्वविद्यालय बनाया: विज

 

आयुष मंत्री ने यह भी कहा कि अल्टरनेट मैडिशन को बढावा देने के लिए आयुष विश्वविद्यालय बनाया गया है। आयुष के पांच विंग है, जिसमें आयुर्वेद, योगा, सिद्धा, युनानी व होम्योपैथी शामिल है। इन पांचों विंगों पर कार्य किया जा रहा है। कुरूक्षेत्र में आयुष विश्वविद्यालय खोला गया है। वहां पर 100 एकड़ जगह ली गई है जहां पर बिल्डिंग का निर्माण किया जायेगा। दूर-दूर से लोग यहां आकर हरियाणा में इसकी शिक्षा लेंगे।

 

पंचकूला में 270 करोड़ रूपये की लागत से राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान बनाया जा रहा: विज

 

उन्होंने बताया कि पंचकूला में लगभग 270 करोड़ रूपये की लागत से राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान बनाया जा रहा है। दिसम्बर माह तक यह बनकर तैयार हो जायेगा। यहां पर 250 बैड का अस्पताल भी बनाया जायेगा तथा यहां 500 डाक्टर बनकर निकलेंगे। उन्होंने कहा कि नंूह में युनानी कालेज बनाया गया है तथा अम्बाला छावनी में होम्योपैथिक कालेज व देवरखाना में प्राकृतिक चिकित्सा अस्पताल बनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि 569 आयुष हैल्थ वैलनेस सैंटर, 4 आयुर्वेदिक अस्पताल, 6 आयुष प्राथमिक स्वास्थ्य अस्पताल, 19 युनानी अस्पताल,

 

एलोपैथिक दवाईयों के साथ-साथ आयुर्वेदिक दवाईयों का भी प्रयोग होना चाहिए: विज

 

उन्होंने कहा कि आयुश के बजट में भी हर साल दर साल आयुष को बढ़ावा देने के लिए कार्य करते हैं। विज ने कहा कि हम चाहते हैं कि देश में अन्य दवाईयों की तर्ज पर आयुर्वेदिक दवाईयों को भी आजमाना चाहिए। एलोपैथिक दवाईयों के साथ-साथ आयुर्वेदिक दवाईयों का भी प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद है कि मरीज का जिस दवाई से बेहतर ईलाज हो सकता है उसे प्रयोग किया जाए।

 

एलोपैथिक व आयुर्वेदिक में इंटीग्रेशन होना चाहिए: विज

 

आयुष मंत्री ने यह भी कहा कि एलोपैथिक व आयुर्वेदिक में इंटीग्रेशन होना चाहिए, इनकी जो आपस में खींचतान है वह खत्म होनी चाहिए क्योंकि हमें सम्बन्धित मरीज को बेहतर ईलाज उपलब्ध करवाना है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे बुजुर्गों को पहले से ही पता था कि हमारी जो प्राचीन आयुर्वेद पद्धति थी जैसे हल्दी, सौंफ, दालचीनी उसमें मैडिशन गुण है, इनका प्रयोग करने से हम बीमार होने से बचते थे यानि हमारी नस्ल को आज तक बची हुई है उसका एक कारण यह यह प्राचीन पद्धति है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्रकार डाक्टर एलोपैथिक दवाई लिखने से पहले टैस्ट करता है, उसी प्रकार आयुर्वेदिक दवाईयों का भी ट्रायल करना चाहिए, साईंस तरीके से इसका टैस्ट होना चाहिए यानि आयुर्वेद को बढ़ावा मिलना चाहिए। हम आयुर्वेद को बढ़ावा देना चाहते हैं।

 

आयुर्वेद हमारी प्राचीन विद्वा- विज

 

उन्होंने कहा कि आयुर्वेद हमारी प्राचीन विद्वा है, हमें उसका भरपुर लाभ उठाना है। आयुष एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि हम चाहते हैं कि एमबीबीएस की जो पढ़ाई है उसमें आयुर्वेद को भी शामिल किया जाए, इसके लिए कार्य किया जायेगा ताकि आयुर्वेद विद्वा का भी हम भरपुर लाभ उठा सकें।

 

सूर्य शक्ति का स्त्रोत है- विज

 

उन्होंने कहा कि सूर्य शक्ति का स्त्रोत है, इस सारी धरती पर शक्ति या एनर्जी का जो भी स्त्रोत है वह सूर्य है। सूर्य हमारे अंदर की जीवन ज्योति बनकर हमें चलाता है, पेड पौधों को जो उर्जा व शक्ति देता है वह सूर्य ही है यानि इस धरती पर एनर्जी के जितने भी स्त्रोत है जैसे डीजल, पैट्रोल, कोयला या अन्य है उन सबमें उर्जा का स्त्रोत सूर्य है और अब तो सौलर पैनल लगाकर सीधा बिजली पैदा की जा रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने इस बार के बजट में ग्रीन एनर्जी पर जोर दिया है यानि प्रदूषण रहित उर्जा अर्था यानि इस धरती को दोबारा वैसा बना दें जैसे वह पहले वजूद में थी। उसमें सूर्य का बहुत बड़ा रोल है।

 

कई योग आसनों को जोडकर सूर्य नमस्कार बनाया गया- विज

 

सूर्य नमस्कार के संबंध में आयुष मंत्री ने कहा कि सूर्य नमस्कार का संधिविछेद है कि सूर्य मैं तुमको झुककर नमन करता हूं, ये एक यौगिक प्रक्रिया है। कई योग आसनों को जोडकर सूर्य नमस्कार बनाया गया है जिसमें 12-13 आसन है। सरकार द्वारा योग को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्य किये जा रहे हैं। योग मन, बुद्धि और शरीर को जोडने का साधन है और ये तीनों यदि जुड़ जाएं तो आत्मा से परमात्मा का मिलन हो जाता है।

 

योग का सीधा मतलब जोडना होता है- विज

 

उन्होंने उपस्थितजनों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि हम स्टेडियम में तो बैठे है, मन हमारा यहां पर है, ध्यान कहीं पर है, हम बंटे हुए है बिखरे हुए हैं तो ऐसे में 100 प्रतिशत एनर्जी का संचार नहीं हो सकता। हमें जो भी कुछ करना है, उसके लिए 100 प्रतिशत करना है, जो भी काम जिदंगी में करें उसे शत-प्रतिशत करें। श्री विज ने कहा कि योग का सीधा मतलब जोडना होता है, योग हमें सिखाता है कि किस प्रकार मन, बुद्धि और शरीर को एक सुत्र में पिरोना है। जिस व्यक्ति ने इसे पिरो लिया न केवल वह यहां पर बेहतरीन योग करके दिखा सकता है बल्कि जीवन के जिस मंच पर खडा हो वह 100 प्रतिशत कामयाब होगा। श्री विज ने योग की क्रिया पर बल देते हुए कहा कि अगर हम इसके साधक बन जाएं और इसे साध लें तो जिंदगी की कोई भी सीढ़ी चढने से हमें रोक नहीं सकता।

आयुष मंत्री ने यह भी कहा कि योग का साईंटिफिक अर्थ भी है। आपने देखा होगा कि एक छोटा बच्चा कितना फुर्तिला होता है, उसकी रगों में रक्त का संचार र्निविरोध चलता है, परन्तु जैसे-जैसे मनुष्य बडा होता है, उसका खान-पान, रहन-सहन, आसन, दवाईयों से, गलत खान-पान से, नशे आदि से उसके शरीर में स्थान-स्थान पर अवरोध पैदा होने शुरू हो जाते हैं। रक्त धमनियों में पूरी तरह से रक्त नहीं चल पाता, वही सभी बीमारियों की जड है। उन्होंने कहा कि जितने भी योगासन है यानि करीब 84 आसन हैं। हर योगासन का अपना ध्येय है कि शरीर के अंग पर दबाव डालकर वहां से रक्त के प्रवाह को ठीक करना है। मनुष्य का शरीर जब अवरोधक विहिन हो जाता है तो योगासन करके दोबारा से उसका शरीर वैसा बन जाता है जैसे एक बच्चे का फुर्तिला शरीर होता है।

 

75 लाख सूर्य नमस्कार अभियान के तहत लोगों को योग के प्रति किया जा रहा है जागरूक:  विज

 

आयुष मंत्री ने इस मौके पर हरियाणा योग आयोग की ओर से 75 लाख सूर्य नमस्कार अभियान कार्यक्रम के तहत लोगों को योग के प्रति जागरूक करने का जो कार्य किया जा रहा है उसकी सराहना की और कहा कि आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के दौरान इस कार्य को किया जाना काफी सराहनीय है और आयोग द्वारा 75 लाख सूर्य नमस्कार का जो टारगेट रखा गया है वे उससे वे 10 गुणा अधिक जायेंगे। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ 11 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के मौके पर शुरू किया गया था और स्वामी विवेकानंद जी ने कहा है कि उठो और जागो और तब तक कार्य करते रहो जब तक आपका लक्ष्य हासिल न हो जाए। योग आयोग जबसे हरियाणा में बना है वह हरियाणा में नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। कईं अवार्ड इसने हासिल किए है, गिनिज बुक में इसका नाम दर्ज है।आयुष मंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का भी विशेष तौर पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कि योग को खेलों में शामिल किया गया है। खेलों इंडिया के तहत जो खेल प्रतियोगिताएं हुई उसमें योग भी शामिल था।

 

इस मौके पर आयुष मंत्री ने सूर्य नमस्कार अभियान कार्यक्रम के तहत कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन करवाने वाली संस्थाओं, आईटीबीपी, विद्यार्थीगण, एनसीसी, एनएसएस व अन्य को प्रशंसा पत्र देकर उनको प्रोत्साहित भी किया। जिला प्रशासन की ओर से मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट कर उनका भव्य अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत सांस्कृतिक कार्यक्रमों, मलखम व योगा की भी प्रस्तुति दी गई। राज्य स्तरीय कार्यक्रम में हजारों की संख्या में शामिल प्रतिभागियों ने 13 बार सूर्य नमस्कार की प्रस्तुति दी।

 

इस अवसर पर हरियाणा योग आयोग के चेयरमैन डा0 जयदीप आर्य ने 75 लाख सूर्य नमस्कार कार्यक्रम की रूपरेखा बारे विस्तार से जानकारी दी। आयुष विभाग के निदेशक एवं करनाल मंडल के आयुक्त डा0 साकेत कुमार, आईटीबीपी पंचकूला के आईजी ईश्वर सिंह दुहन, उपायुक्त डा0 प्रियंका सोनी, डा0 सुशील शर्मा ने भी योग की महत्वता बारे जागरूक करते हुए इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करने के लिए प्रेरित किया।

 

इस मौके पर आयुष विभाग के निदेशक एवं करनाल मंडल के आयुक्त डा0 साकेत कुमार, हरियाणा योग आयोग के चेयरमैन डा0 जयदीप आर्य, आईटीबीपी पंचकूला के आईजी ईश्वर सिंह दुहन, एडीजीपी अम्बाला रेंज श्रीकांत जाधव, उपायुक्त डा0 प्रियंका सोनी, योगा फैडरेशन के अध्यक्ष राजिन्द्र विज, डा0 सुशील शर्मा, एसडीएम सतिन्द्र सिवाच, एसडीएम दर्शन कुमार, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी शशिकांत शर्मा, योग आयोग के उपाध्यक्ष डा0 रोशन लाल, मंडल प्रधान राजीव डिम्पल, मंडल प्रधान किरण पाल चैहान, बीएस बिन्द्रा, सुरेन्द्र तिवारी, रवि सहगल, डा0 नरेश सैनी, योग आयोग के रजिस्ट्रार डा0 हरीश चंद, योग आयोग के सदस्य डा0 मनीष कुकरेजा, डा0 मदनमानव, डा0 पवनगुप्ता, डा0 कुलदीप सिंह, जयपाल शास्त्री, नरेश पूनिया, बहन सुमेशता, पंकज बक्शी के साथ-साथ विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि व गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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