Edited By Isha, Updated: 19 Mar, 2022 11:58 AM
रोड सेफ्टी काउंसिल की एक टीम चंडीगढ़ से यमुनानगर की बदहाल सड़कों के हालात जाने के लिए यमुनानगर पहुंची । टीम में कई दुर्घटना संभावित क्षेत्रो का दौरा किया तो वही यह भी माना के जिले में सड़क हादसा रोकने के लिए इंतजाम नाकाफी हैं और आए दिन इसके चलते आए...
यमुनानगर(सुरेंद्र मेहता): रोड सेफ्टी काउंसिल की एक टीम चंडीगढ़ से यमुनानगर की बदहाल सड़कों के हालात जाने के लिए यमुनानगर पहुंची । टीम में कई दुर्घटना संभावित क्षेत्रो का दौरा किया तो वही यह भी माना के जिले में सड़क हादसा रोकने के लिए इंतजाम नाकाफी हैं और आए दिन इसके चलते आए दिन लोग सड़कों पर अपनी जान गवा रहे हैं। बता दे के यमुनानगर में सड़कों की हालत दयनीय है और माइनिंग ज़ोन होने के कारण ओवरलोड वाहन की भी जिले में भारी समस्या है। जो के सड़क हादसों की बड़ी बड़ी वजह बनते हैं।
स्टेट रोड सेफ्टी काउंसिल की एक टीम चंडीगढ़ से यमुनानगर पहुंची और यमुनानगर के आरटी ए विभाग , ट्रैफिक विभाग ओर b&r विभागों के साथ टीम ने दौरा किया। टीम ने जिले के अलग-अलग स्थानों का दौरा किया और जिले में 54 ब्लॉक्स्पॉटओर 19 एक्सीडेंट संभावित पॉइंट है जिनका टीम ने निरीक्षण किया। हालांकि दुर्घटना संभावित ब्लैक स्पॉट का मुद्दा हर बार रोड सेफ्टी की मीटिंग में भी उठाया जाता है लेकिन उस पर कोई खास काम हुआ जिले में नजर नहीं आता है ।
ज्वाइंट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर निर्मल नगर ने कहा कि सड़क हादसों में लोगों की जान ना जाए इसके लिए सरकार और विभाग की तरफ से पर्याप्त कोशिश की जा रही है और महीने के पहले हफ्ते में रोड सेफ्टी की मीटिंग भी की जाएगी जिसमें कोई भी अपनी समस्या रख सकता है । उन्होंने कहा कि मंदिर विभागों को भी निर्देश दिए गए हैं क्या जो भीग जिले में समस्याएं हैं उनको 15 दिन में ठीक कर लिया जाए। कमिश्नर निर्मल नागर ने चेतावनी दी कि जो भी अधिकारी या कर्मचारी काम नहीं करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।
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