Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 01 Dec, 2025 10:42 PM

राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, फरीदाबाद की टीम ने गुड़गांव सिविल सर्जन कार्यालय के सहायक सुभाष शर्मा को एक डायग्नोस्टिक सेंटर की एनओसी जारी करने की एवज में 3.25 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
गुड़गांव, (ब्यूरो): राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, फरीदाबाद की टीम ने गुड़गांव सिविल सर्जन कार्यालय के सहायक सुभाष शर्मा को एक डायग्नोस्टिक सेंटर की एनओसी जारी करने की एवज में 3.25 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी से रिश्वत की रकम उसके पिट्ठू बैग से बरामद कर उसके खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट की धारा 7 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गुरुग्राम की ताजा खबरों के लिए लिंक https://www.facebook.com/KesariGurugram पर टच करें।
शिकायतकर्ता ने फरीदाबाद एंटी करप्शन ब्यूरो को दी शिकायत में आरोप लगाया कि वह एट्रियूम डायग्नोस्टिक सेंटर सेक्टर-28, गोल्फ कोर्स रोड गुड़गांव का सेंटर मैनेजर है। उसके द्वारा इस सेंटर को अब अल्फा डायग्नोस्टिक सेंटर को बेचा है। इसकी एनओसी के लिए उसने एक पत्र 31 अक्टूबर 2025 को सिविल सर्जन कार्यालय गुड़गांव में दिया। इस पर कार्रवाई डिप्टी सिविल सर्जन पीएनडीटी द्वारा अमल में लाई गई। इस दरखास्त के संबंध में पीएनडीटी ऑफिस में सुभाष शर्मा सहायक से मिला। उसके द्वारा एनओसी पर बिना वजह आपत्तियां लगा दी। आपतियों का जवाब उनके द्वारा गत 21 नवंबर को दिया गया। इसके बाद जब वह दोबारा सहायक सुभाष शर्मा से मिला।
आरोपी सुभाष शर्मा ने एनओसी जारी करने के लिए पांच लाख रुपए रिश्वत की मांग की। बाद में सहायक सुभाष शर्मा ने शिकायतकर्ता के बार-बार अनुरोध करने पर एनओसी की एवज में उससे 3.50 लाख रुपए रिश्वत की मांग की। इसके बाद एसीबी फरीदाबाद की टीम ने आरोपी सहायक सुभाष शर्मा शिकायतकर्ता द्वारा दी गई 3.25 लाख रुपए की रिश्वत की रकम के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।