चश्मे से आजादी यूएस-एफडीए प्रमाणित लैंसों द्वारा: डॉ वी के बंसल

Edited By Deepak Kumar, Updated: 15 Apr, 2025 05:54 PM

ambala bansal eye hospital phakic icl technology

उत्तर भारत के सबसे पुराने आई हॉस्पिटलों में से एक बंसल आई हॉस्पिटल, अम्बाला सदैव  चश्मा हटाने के लिए नई, उन्नत और नवीनतम तकनीक लाने के लिए प्रसिद्ध है, यहां पिछले 30 सालो में 50000 से भी अधिक मरीजों ने अपना चश्मा सफलता पूर्वक हटवा चूके है, यहां...

अंबालाः उत्तर भारत के सबसे पुराने आई हॉस्पिटलों में से एक बंसल आई हॉस्पिटल, अम्बाला सदैव  चश्मा हटाने के लिए नई, उन्नत और नवीनतम तकनीक लाने के लिए प्रसिद्ध है, यहां पिछले 30 सालो में 50000 से भी अधिक मरीजों ने अपना चश्मा सफलता पूर्वक हटवा चूके है, यहां लेसिक लेजर की सारी नवीनतम और उन्नत तकनीक जैसी कि सिल्क, आईडिजाइन एचडीवी, कंटूरा उपलब्ध है। इस अस्पताल में पीजीआई चंडीगढ़ के तजुर्बेकार डॉक्टर की टीम है|कुछ मरीज़ों में चश्मे का नंबर 8 से अधिक या काली पुतली पतली कामजोर हो तो उन में लेजर से चश्मा नहीं हटाया जा सकता, उन सब मारीजो में फेकिक आईसीएल तकनीक का इस्तमाल किया जाता है।

फेकिक आईसीएल का मतलब इम्प्लांटेबल कांटेक्ट लेंस है, आईसीएल सर्जरी निकट दृष्टिदोष (मायोपिया), दूरदर्शिता (हाइपरोपिया) और दृष्टिवैषम्य (एस्टिग्मैटिज्म) वाले व्यक्तियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। आज के दौर में देखते हैं छोटे छोटे बच्चों को बड़े बड़े नंबर के चश्मे लगे हुए हैं, जिसका कारण है प्रदूषित वातावरण, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स मोबाइल, टीवी, लैपटॉप आदिl आज कल बच्चों को 8, 10 या इससे भी ज्यादा नंबर के चश्मे लग रहे हैं l जबकि पहले के टाइम में 2 या 4 नंबर तक के चश्मे लगते थेl इतने बड़े नंबर के चश्मे हमारी पर्सनैलिटी को भी खराब करते हैं।

आईसीएल आज के दौर में एक वरदान की तरह है जिसके द्वारा हम बड़े-बड़े नंबर के चश्मे से छुटकारा पा सकते हैं। आईसीएल को आंख में असानी से इम्प्लांट किया जा सकता है। इस लैंस को कॉन्टैक्ट लैंस की तरह निकलने उतारने की जरूरत नहीं होती। इस सर्जरी में कॉर्नियल फ्लैप बनाने की कोई जरूरत नहीं होती, जिसके कारण सूखापन जोखिम भी कम हो जाता हैं। आईसीएल में जल्दी ही इंसान अपने रूटीन के काम में लौट सकता है। आंख में इम्प्लांट किया हुआ लेंस ना ही हिलता है, ना ही महसूस होता है और ना ही चुबता है। आईसीएल में स्टार सर्जिकल कंपनी के लेंस सबसे अच्छे हैं, ये लेंस यूएस-एफडीए से भी स्वीकृत है, बाजार में बहुत सारे आईसीएल मौजूद है, बंसल ऑय हॉस्पिटल जो आईसीएल इस्तेमाल करते हैं वो यू यूएस-एफडीए से प्रमाणित आई सी एल है जो कॉलेजन बेस्ड मटेरियल से बनी होती है और इसमें मरीज को बहुत बेहतरीन परिणाम मिलते हैं ये आईसीएल सर्जरी उत्तर भारत के सबसे मशहूर बंसल आई हॉस्पिटल में पीजीआई के अनुभवी डॉक्टर डॉ. आशीष बंसल और डॉ. वीके बंसल के द्वारा की जाती है।

इस हॉस्पिटल में हजारों की संख्या में लोग अपनी आईसीएल सर्जरी करवा चुके हैं और इस सर्जरी के परिणाम से बहुत खुश है। इस अस्पताल में आंखों से संबंधित सभी अन्य समस्याओं जैसे सफेद मोतिया, काला मोतिया, आंखों में भेंगापन का भी इलाज दुनिया की सबसे प्रसिद्ध या सर्वोत्तम तकनीकों द्वारा किया जाता है। यह हॉस्पिटल पिछले 37 सालों से अपनी सर्वश्रेष्ठ सेवाओं के कारण पूरे उत्तर भारत में प्रसिद्ध है। ये हॉस्पिटल हरियाणा सरकार, पंजाब सरकार, हिमाचल सरकार, सीजीएचएस, ईसीएचएस, आयुष्मान भारत और सभी प्रमुख बीमा कंपनियों के पैनल पर भी है।

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