Edited By Imran, Updated: 16 Jan, 2024 09:51 AM
अंबाला एयरपोर्ट जनता को समर्पित करने के लिए जिस प्रकार से उड्डयन विभाग और प्रदेश के गृह एवम स्वास्थ्य मंत्री प्रयासरत है, इससे यह संभावनाएं लगाई जा रही है कि कि इसी माह अंबाला एयरपोर्ट से फ्लाइट शुरू हो जाएंगी। इसके लिए इसी माह एम ओ यू होने को लेकर...
चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): अंबाला एयरपोर्ट जनता को समर्पित करने के लिए जिस प्रकार से उड्डयन विभाग और प्रदेश के गृह एवम स्वास्थ्य मंत्री प्रयासरत है, इससे यह संभावनाएं लगाई जा रही है कि कि इसी माह अंबाला एयरपोर्ट से फ्लाइट शुरू हो जाएंगी। इसके लिए इसी माह एम ओ यू होने को लेकर भी विभाग लगातार प्रयासत है। प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री का यह ड्रीम प्रोजेक्ट मई माह में पूरा हो जाएगा। बता दे की गृहमंत्री के प्रयासों से अंबाला में शुरू होने वाले इस एयरपोर्ट का नाम अंबा एयरपोर्ट अंबाला छावनी होगा इसके लिए स्वयं अनिल विज ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इसके लिए आवेदन किया था। शुरू होने वाले अंबाला के डोमेस्टिक एयरपोर्ट का नाम स्थानीय विधायक एवं प्रदेश के गृह- स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज अंबा एयरपोर्ट अंबाला छावनी रखना चाहते हैं। जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर प्रस्ताव भेजा गया था।
दरअसल अंबाला का नाम भी अंबा देवी से लिया गया है। क्योंकि अंबाला में स्थित मां अंबा का बेहद प्राचीन मंदिर है। काफी दूर-दूर से भगतजन अंबाला में माता अंबा के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। अंबालावासियों का भी इस मंदिर में अटूट विश्वास और गहरी आस्था है। इसी का ध्यान रखते हुए प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज डॉमेस्टिक एयरपोर्ट का नाम भी मां अंबा के नाम पर रखने की चाहत रखते हैं। बता दें कि अंबाला व आसपास के जिलों के लोगों के सामने हवाई यात्रा एक बड़ी समस्या थी। उन्हें हवाई यात्रा के लिए चंडीगढ़ या दिल्ली पर ही पूरी तरह से निर्भर रहना पड़ता था। अनिल विज की भरपूर कोशिशों के फलस्वरुप यहां बना डोमेस्टिक एयरपोर्ट जल्द लोगों को सेवाएं देने लगेगा। एलायंस एयर से हुए अनुबंध से अंबाला से आगरा, बनारस और श्रीनगर के लिए उड़ानें शुरू होंगी। शुरुआत में यात्रा की शुरुआत एटीआर 42 विमान से होगी।
सुरक्षा कारणों के चलते एक बड़ी चुनौती था एयरपोर्ट बनवाना
अनिल विज के अथक प्रयासों के बाद मुख्यमंत्री ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी तथा जिसके बाद हरियाणा सरकार ने रक्षा मंत्रालय को इसके लिए प्रस्ताव भेजा था। हरियाणा सरकार ने अंबाला में एयरफोर्स स्टेशन से सटी 20 एकड़ जमीन आर्मी से डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने के लिए ली है। सेना ने जमीन की कीमत 133 करोड़ रुपए आंकी थी। सेना के साथ हुए एमओयू के तहत सेना को जब भी जरूरत होगी, हरियाणा सरकार उसी कीमत के बदले सेना को जरूरी बुनियादी ढांचा मुहैया कराएगपहले 42 यात्रियों वाला विमान रवाना होगा
एयरपोर्ट से ना केवल अंबाला बल्कि आसपास के कई जिलों के लोगों को लाभ होना सुनिश्चित होगा। एलायंस एयर के साथ अनुबंध से अंबाला से आगरा, बनारस और श्रीनगर के लिए उड़ानें शुरू होंगी। शुरुआत में यात्रा की शुरुआत एटीआर 42 विमान से होगी। यात्रियों की संख्या के आधार पर अगला फैसला लिया जाएगा। दरअसल लंबे समय से अंबालावासी अपने क्षेत्र में डोमेस्टिक एयरपोर्ट की लगातार मांग कर रहे थे। जो कि अब उनकी मांग-उनका सपना पूरा होने के बेहद नजदीक है। क्योंकि प्रदेश के गृह स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज इसके लिए लंबे समय से प्रयासरत थे। केंद्र सरकार ने उनके ड्रीम प्रोजेक्ट के सपने पर फूल चढ़ाते हुए इसे मंजूरी दी थी। इसके लिए सिविल एविएशन मंत्रालय से 40 करोड़ मंजूर हुए थे। एयरफोर्स स्टेशन के ठीक साथ में डोमेस्टिक एयरपोर्ट के लिए नया टर्मिनल बनाया गया है। जहां से विमान के यात्रियों को टैक्सी-वे पर पहुंचाया जाएगा।
विज की रूचि के कारण हो पाया यह असंभव कार्य
अंबाला कैंट में इस एयरपोर्ट के निर्माण का कार्य बेहद युद्ध स्तर पर किया गया। क्योंकि इस कार्य में अनिल विज बेहद रूचि लिए हुए थे। क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना के तहत उड़ान योजना से भी जल्द अंबाला को लाभ मिलने लगेगा। डोमेस्टिक एयरपोर्ट टर्मिनल से फ्लाइट आप्रेशन जल्द शुरू होने के बेहद नजदीक है। अंबाला से घरेलू उड़ान शुरू होने से यात्रियों को इसका बेहद लाभ मिलेगा। बता दें कि अंबाला से श्रीनगर और लखनऊ रूटों पर फिलहाल फ्लाइट शुरू होने पर डोमेस्टिक फ्लाइट्स के माध्यम से श्रीनगर व लखनऊ यात्री आ-जा सकेंगे। आगे अन्य शहरों से भी एयर कनेक्टिविटी बढ़े, इसके लिए भी अनिल विज प्रयासरत हैं।
केंद्र में विज की मजबूत पकड़ और निजी संबंध आए काम
बता दें कि अंबाला में एयरपोर्ट अनिल विज का ड्रीम प्रोजेक्ट था। अंबाला कैंट में डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने के लिए वह काफी समय से प्रयासरत थे। जिसके लिए अनिल विज के साथ बैठक के बाद प्रशासन ने कुछ गांवों की जमीन भी चिहिन्त की थी। गांवों के सरपंचों से बातचीत करने के बाद अफसरों ने गांवों का दौरा भी किया था। विज ने एयरपोर्ट को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की थी। क्योंकि छावनी क्षेत्र में एयरपोर्ट बनवाना एक बड़ी चुनौती थी। सुरक्षा कारणों के चलते इस प्रकार के प्रोजेक्ट छावनी क्षेत्र में लगाए जाने को लेकर काफी कठिनाइयां आ रही थी। लेकिन लगातार प्रयासों के बाद विज की केंद्र में मजबूत पकड़, निजी संबंध काम आए तथा वह डोमेस्टिक एयरपोर्ट की जरूरत केंद्र को समझा पाने में सफल रहे। जिसका बेहद लाभ क्षेत्र के लोगों को जल्द मिलने जा रहा है।
व्यापारियों को होगा बड़ा लाभ डोमेस्टिक एयरपोर्ट का
केंद्र सरकार द्वारा उड़ान योजना के तहत अंबाला कैंट में सिविल यानि डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने के निर्णय को अमलीजामा पहनाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम द्वारा जमीन का सर्वे किया गया था। पूरी औपचारिकताएं करने के बाद अनिल विज के ड्रीम प्रोजेक्ट पर मोहर लग पाई थी। जो कि क्षेत्रवासियों तथा अंबाला छावनी के विधायक अनिल विज के लिए बेहद राहत भरी और खुशी भरी खबर थी। विज ने अंबाला में एयरपोर्ट की मंजूरी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिविल एविएशन मंत्री का आभार जताया था। क्योंकि एयरपोर्ट खुलने से यहां के व्यापारियों को फायदा मिलने के साथ क्षेत्र के लोगों को रोजगार भी मिलेगा।