Edited By Manisha rana, Updated: 17 Feb, 2023 03:23 PM

ई-टेंडरिंग व राइट टू रिकॉल के विरोध में पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे सरपंचों का विरोध प्रदर्शन जारी है। वहीं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के पंचायतों का कार्यभार पंचों...
रादौर (कुलदीप सैनी) : ई-टेंडरिंग व राइट टू रिकॉल के विरोध में पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे सरपंचों का विरोध प्रदर्शन जारी है। वहीं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के पंचायतों का कार्यभार पंचों को सौंपे जाने के बाद सरपंचों ने आज मंत्री के ब्यान पर गुस्सा जाहिर किया है। रादौर खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय में धरने पर बैठे सरपंचों ने इसे आंदोलन को कमजोर कर गांव का माहौल खराब करने के आरोप लगाए है।
वहीं धरने पर बैठे सरपंच प्रतिनिधि कर्मबीर ने कहा कि सरकार सरपंचों के आंदोलन में फूट डालने का काम कर रही है। कर्मबीर ने कहा कि पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के पंचों को पावर दिए जाने का बयान केवल धरने को कमजोर कर पंचों और सरपंचों को आपस में भिड़ाने की राजनीति है। उन्होंने कहा कि इससे आंदोलन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा और जब तक सरकार ई- टेंडरिंग व राइट टू रिकॉल को वापिस नहीं लेती तब तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग से चुने गए सरपंचों की कोई अनदेखी नहीं कर सकता। वहीं उन्होंने कहा कि ई- टेंडरिंग से भ्रष्टाचार कम होने की बजाए और बढ़ेगा।
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