Edited By Isha, Updated: 15 Feb, 2022 09:08 PM

हरियाणा में आशा वर्कर्स 17 फरवरी को विरोध प्रदर्शन करने जा रही हैं, लेकिन सरकार आशा वर्कर्स के इस संभावित प्रदर्शन को लेकर काफी सख्त रुख अपना रही है।
चंड़ीगढ़: हरियाणा में आशा वर्कर्स 17 फरवरी को विरोध प्रदर्शन करने जा रही हैं, लेकिन सरकार आशा वर्कर्स के इस संभावित प्रदर्शन को लेकर काफी सख्त रुख अपना रही है। नेशनल हेल्थ मिशन के निदेशक हरियाणा ने सभी सिविल सर्जन को अपने-अपने जिलों में आशा वर्कर्स का हड़ताल और विरोध प्रदर्शन में भाग न ले इस बात को सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं।
सरकार ने एस्मा के तहत कार्रवाई के आदेश दिए हैं। सरकार की तरफ से 11 जनवरी, 2022 को जारी अधिसूचना के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। एस्मा के तहत स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न संस्थाओं जिसमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, आयुष में संविदा दैनिक मजदूरी मानदेय पर नियोजित व्यक्तियों समेत कार्यरत डाक्टरों या अन्य श्रेणी के कर्मचारियों द्वारा की जा रही हड़ताल 6 माह के लिए प्रतिषेध है।
बता दें कि आशा वर्कर्स ने 17 फरवरी को पूरे हरियाणा में विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी गई है। ऐसे में सरकार ने नेशनल हेल्थ मिशन हरियाणा ने सभी सिविल सर्जन को आदेश दिए हैं कि जिलों में आशा वर्कर्स का हड़ताल ना होने दी जाए। अब देखने वाली बात ये रहेगी कि क्या आशा वर्कर्स सरकार की चेतावनी के बाद भी अपना प्रदर्शन जारी रखेंगी।