भेड़-बकरी की तरह जेल में इंसान, 515 कैदियों की क्षमता वाली बैरकों में सजा काट रहे 700 लोग

Edited By Saurabh Pal, Updated: 21 Jan, 2024 03:28 PM

700 prisoners lodged in kaithal jail with capacity of 515 prisoners

शहर के अंदर बनी जिला जेल इस समय बंदियों व कैदियों से खचाखच भरी हुई है। क्षमता से भी अधिक कैदियों व बंदी बैरकों में बंद हैं। इस जेल में सबसे अधिक उन कैदियों की संख्या हैं...

कैथल (जयपाल): शहर के अंदर बनी जिला जेल इस समय बंदियों व कैदियों से खचाखच भरी हुई है। क्षमता से भी अधिक कैदियों व बंदी बैरकों में बंद हैं। इस जेल में सबसे अधिक उन कैदियों की संख्या हैं, जिन्हें अभी तक कोर्ट द्वारा सजा नहीं सुनाई गई है। इनके केस फिलहाल कोर्ट में अंडर ट्रायल हैं। जेल में बंदी व कैदी रखने की क्षमता 515 की है। जबकि यहां पर 700 से अधिक बंदी व कैदी रहते हैं।

700 में से करीब 200 कैदी ऐसें जिनके मामले विचाराधीन हैं। क्षमता से अधिक बंदी व कैदी होने की वजह से जेल प्रशासन द्वारा उन्हें संभालना भी मुश्किल हो गया है। हालात इस कदर खराब हैं कि एक बैरक में क्षमता से 20-25 अधिक कैदियों को रखना पड़ रहा है। पिछले महीने डीजी जेल ने भी यहां का दौरा किया था। जेल के हालत देखकर उन्होंने जेल में दो नई बैरकों के निर्माण करवाने के आदेश दिए थे। 

वहीं हरियाणा में अपराध की बात करें तो एनसीआरबी के डेटा के अनुसार भारत में अपराध में हरियाणा नंबर वन पर है। यहां कि तक की उत्तर प्रदेश जैसे विशालकाय राज्य के तुलना में हरियाणा में अपराध करीब दोगुना है। ऐसे में हरियाणा जेलों में अवस्था और जगह न होने के कारण स्थिति गंभीर प्रतीत होती है। 

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मानकों पर खरी नहीं उतरती जेल

जिला जेल कैथल शहर के डोगरा गेट के पास मौजूद है। यहां जेल के आस पास रिहायशी एरिया है। इसके साथ ही जेल के आस पास बने ऊंचे-ऊंचे मकान भी हैं। इन मकानों की छतों से जेल के अंदर का पूरा दृश्य आसानी से देखा जा सकता है। जो जेल की गोपनीयता भंग करने के साथ-साथ कोई भी नशीला पदार्थ या फिर कोई भी संदिग्ध वस्तु आसानी से जेल के अंदर फेंकी जा सकती है। इसलिए जेल प्रशासन को हर समय अलर्ट रहना पड़ता है। 

सरकार अब तक जेल शिफ्ट करने की नहीं ढूंढ पाई जगह

जेल रिहायशी एरिया में होने के कारण व जेल में स्पेस की कमी के चलते इसको शिफ्ट करने के लिए प्रपोजल कई सालों से फाइलों में घूम रहा है। विधानसभा में भी विधायक इस जेल को अलग जगह पर शिफ्ट कराने का मुद्दा उठा चुके हैं। हर बार ये ही बात सुनने को मिलती है कि जेल को शिफ्ट करने की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन आज तक इसको अमलीजामा नहीं पहनाया गया है। गंभीर बात ये है कि सरकार व विभाग के अधिकारी अब तक ये भी निर्णय नहीं ले पाए हैं कि जेल कहां बनाई जा सकती है। इससे साफ है कि अभी जेल शिफ्ट होने में सालों का समय लग सकता है। यानी लोगों व जेल प्रशासन की परेशानी ज्यों कि त्यों रहने वाली है। 

जेल से लगते क्वाटर्स में लोगों का जीना मुहाल, कैदी करते हैं गंदे इशारे

जेल शहर के रिहायशी इलाके में स्थित है। जहां एक तरफ जेल प्रशासन और पुलिस विभाग के कर्मियों के क्वाटर्स बने हुए हैं। जिनको सबसे अधिक जेल से परेशानी रहती है। क्योंकि क्वाटर्स जेल से अधिक ऊंचाई पर हैं। जिस कारण घर की बालकनी में या छत से जेल में बंद कैदी दिखाई देते रहते हैं। कई बार कैदी उनको गलत इशारे भी कर देते हैं। जिसकी शिकायत कई बार जेल प्रशासन को भी मिली है। इसके साथ ही जेल में जाने के लिए बंदियों के परिजनों को जिस रास्ते से गुजरना पड़ता है, वहां बहुत सारी मांस की दुकानें है। जिस कारण वह भी इस रास्ते से जाते समय अक्सर कतराते रहते हैं। इसके साथ ही जेल के पास ही कई धार्मिक स्थान भी है। जहां आते जाते समय भी शहरवासियों को समस्या होती है।

हर बैरक में छमता से अधिक कैदी

जेल में छोटी-बड़ी बैरकों को मिलाकर कुल 5 बैरक हैं। जिनमे बड़ी बैरक में 135 व छोटी बैरक में लगभग 25 बंदियों की जगह होती है। जबकि सभी बैरकों में इनकी क्षमता से 25 अधिक बंदियों रखाना पड़ता है। जबकि कई कुख्यात अपराधी ऐसे होते हैं, जिन्हें दूसरे राज्यों व जिलों से प्रशासनिक आधार पर कुछ समय के लिए जेल में लाया जाता है। जिन्हें सुरक्षा की दृष्टि से एकांत में रखने को लेकर भी जेल प्रशासन के पसीने छूट जाते हैं।

जेल में 20 महिला कैदी भी काट रहीं सजा

जेल समय इसमें 700 कैदी व बंदी बंद है। जिनमें से 500 बंदी हैं और 200 कैदी है, इस जेल में 18 महिलाएं भी बंदी  और 2 कैदी हैं। दो महिलाएं ऐसी भी हैं जिनके छोटे बच्चे भी उनके साथ हैं। इसमें एक महिला विचाराधीन है और एक अपनी सजा काट रही है।

अक्सर जेल में मिलते हैं मोबाइल फोन

जेल में असुविधा व सुरक्षा चूक दोनों हैं। क्योंकि आज तक जेल में जैमर नहीं लगाए गए हैं। जिस कारण यहां आसानी से कोई भी मोबाइल फोन छिपाकर बाहर बात कर सकता है। अक्सर जेल प्रशासन को चेकिंग के दौरान कैदियों से मोबाइल फोन मिलते रहते हैं। जिस कारण कई कुख्यात अपराधी तो जेल में बंद रहते हुए भी फोन के द्वारा ही वारदात को अंजाम दे देते हैं। इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से जेल में जैमर होना बहुत जरूरी है, ताकि कोई भी अपराधी जेल से किसी भी अपराधिक वारदात को अंजाम न दे सके।

जेल शिफ्ट करने की चल रही तैयारी: जेल मंत्री 

जेल को शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। फिलहाल जेल कहां बनेगी इसको लेकर जगह की तलाश की जा रही है। जैसे ही जमीन उपलब्ध हो जाएगी तो जेल को शहर से बाहर शिफ्ट कर दिया जाएगा।

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