Edited By Manisha rana, Updated: 15 Feb, 2023 10:56 AM

सोनीपत एसटीएफ की टीम ने 2021 से फरार चल रहे मोस्टवांटेड ईनामी को काबू कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था...
सोनीपत : सोनीपत एसटीएफ की टीम ने 2021 से फरार चल रहे मोस्टवांटेड ईनामी को काबू कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर 2021 में भिवानी के बड़ेसरा में गोलियां बरसाकर भय फैला दिया था। वहीं पुलिस सुरक्षा के बावजूद एक व्यक्ति को गोली मारकर गंभीर रुप से घायल कर दिया था। गिरफ्तार आरोपी कर्मवीर उर्फ अविनाश है।
27 जून 2021 को गवाह पर बरसाई गई थीं गोलियां
एस.टी.एफ. के पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ने बताया कि भिवानी जिले के बवानी खेड़ा थानाक्षेत्र के गांव बड़ेसरा में दो पक्षों में आपसी रंजिश चल रही थी। उसमें पांच हत्याएं हो चुकी थीं। हत्याओं का आरंभ आर.टी.आई. एक्टिविस्ट बलजीत सिंह की हत्या से हुई थी। इस मामले में गवाह को पुलिस सुरक्षा मिली हुई थी। 27 जून 2021 को पुलिस अभिरक्षा के बावजूद गवाह पर गोलियां बरसाई गई थीं। उनको जान से मारने की नियत से गोलियां चलाई गई, जिसमें गोली लगने से गवाह गंभीर रुप से घायल हो गया था। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग में हमलावरों को दौड़ा लिया था। इस मामले में कई आरोपियों को नामजद किया गया था। पुलिस अभी तक नामजदों में से चार को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
10 हजार रुपए का ईनाम किया था घोषित
अब एसटीएफ ने पांचवें आरोपी बैंयापुर के कर्मवीर उर्फ अविनाश को गिरफ्तार कर लिया। उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया था। गवाह राजकुमार की हत्या के लिए बड़ेसरा गांव के पूर्व सरपंच बबलू ने बैंयापुर के कर्मबीर व फाजिलपुर के अजय को सुपारी दी थी। अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए कर्मबीर ने अपना नाम बदलकर अविनाश रख लिया था। इसके साथ ही वह गोरखपुर, देवरिया, बैंगलोर और कर्नाटक में ठिकाने बदल-बदल कर रह रहा था। वह सोनीपत में एक और हत्या की साजिश रचने के लिए आया था। इसी दौरान एस.टी.एफ. ने कर्मवीर को गिरफ्तार करके सी.आई.ए. भिवानी को सौंप दिया।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)