Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 20 Sep, 2024 04:17 PM
हरियाणा में ज्यों- ज्यों चुनावी घमासान तेज होता जा रहा है, सत्ताधारी बीजेपी की टेंशन भी बढ़ती जा रही है। गुरुग्राम की हॉट सीट पर भारतीय जनता पार्टी अपने ही व्यापार प्रकोष्ठ के पूर्व संयोजक रहे नवीन गोयल के निर्दलीय चुनाव लड़ने से भारी टेंशन में दिख...
गुरुग्राम, ब्यूरो : हरियाणा में ज्यों- ज्यों चुनावी घमासान तेज होता जा रहा है, सत्ताधारी बीजेपी की टेंशन भी बढ़ती जा रही है। गुरुग्राम की हॉट सीट पर भारतीय जनता पार्टी अपने ही व्यापार प्रकोष्ठ के पूर्व संयोजक रहे नवीन गोयल के निर्दलीय चुनाव लड़ने से भारी टेंशन में दिख रही है। क्योंकि जहां वैश्य समाज ने एक बैठक कर नवीन गोयल को समर्थन देने का खुला ऐलान कर दिया है, वहीं भाजपा प्रत्याशी मुकेश शर्मा ने बीजेपी के परंपरागत वोटर वैश्य समुदाय को साधने के लिए केंद्रीय मंत्री और वैश्य समुदाय से संबंध रखने वाले पीयूष गोयल को सदर बाजार आमन्त्रित किया। सदर बाजार में बड़े डाकखाने के पीछे रामलीला ग्राउंड में आयोजित जनसभा में कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल तो आए जहां पीयूष गोयल ने निर्दलीय चुनाव लड़ रहे नवीन गोयल को मुकेश शर्मा के मंच से चुनाव में बैठ जाने की सीधी धमकी दे दी।
कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल ने आज़ाद उम्मीदवार नवीन गोयल को अंतिम चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने आज रात तक अपना नाम वापस लेकर मुकेश शर्मा को समर्थन नहीं दिया, तो भारतीय जनता पार्टी के दरवाज़े उनके लिए सदा के लिए बंद हो जाएंगे। राष्ट्रीय स्तर के नेता और खुद वैश्य समुदाय से संबंध रखने वाले पीयूष गोयल का ये बयान सभा में मौजूद कुछ वैश्य समुदाय के लोगों को नागवार लगा। सोशल मीडिया पर और सदर बाजार की दुकानों पर भी मंत्री का ये बयान चर्चा का विषय बना।
आज़ाद उम्मीदवार नवीन गोयल के आरोप
इस पूरे मामले पर नवीन गोयल ने प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि वे भारत माता के पुजारी हैं और गुरुग्राम के सेवक हैं। ये चुनाव उन्हें गुरुग्राम की जनता लड़ा रही है। गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के वे बड़े प्रशंसक रहे हैं और उनकी नीतियों का न सिर्फ प्रचार किया है, बल्कि उनके पदचिन्हों पर चलने का काम किया है। गोयल आगे कहते हैं कि पीयूष गोयल जी देश के बड़े नेता हैं, हमारे समाज के भी नेता हैं इसलिए हम उनका सम्मान करते हैं लेकिन जहां तक भाजपा में वापसी की बात है तो ये सब वक्त और परिस्थितियों के हिसाब से तय होता है। पीयूष गोयल जी जिस व्यक्ति के लिए वोट मांगने आए थे और जिस प्रत्याशी के मंच से खड़े होकर मुझे नसीहत दे रहे थे, उस व्यक्ति का इतिहास भी उन्हें जान लेना चाहिए था। ये वही मुकेश शर्मा हैं, जिन्होंने 2014 के चुनाव में टिकट न मिलने पर बादशाहपुर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा और हर मंच से भाजपा नेताओं को गालियां दी। उनका भाषण आज भी वायरल है, जिसमें वो ये कह रहे हैं कि पंडित राम बिलास शर्मा और स्वर्गीय सुषमा स्वराज जी ने उनसे 12 करोड रुपए लिए, फिर भी टिकट नहीं दी। नवीन गोयल ने एक वीडियो दिखाते हुए भाजपा के अज्ञात कार्यकर्ताओं द्वारा उनके पोस्टर भी फाड़ने के आरोप लगाए गए।