Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 09 Aug, 2022 05:13 PM
इस कार्यशाला में पूरे भारत से 700 से ज्यादा छात्रों ने हिस्सा लिया
गुडगांव ब्यूरो: नॉलेज एंड अवेयरनेस मैपिंग प्लेटफॉर्म (कैम्प) ने गुरुवार, 4 अगस्त 2022 को ‘फाइडिंग ए वे थ्रू क्युरीअस माइंड्स’ विषय पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें प्रतिभागियों के तौर पर पूरे भारत से विभिन्न स्कूलों के 5वीं से 12वीं कक्षा के 700 से ज्यादा छात्रों ने हिस्सा लिया। इस कार्यशाला का मुख्य मकसद छात्रों के अंदर जिज्ञासा पैदा करना था। कार्यशाला में इंजीनियर एवं विज्ञान में शैक्षिक विशेषज्ञ तथा डॉ. वीरेंद्र स्वरूप एजूकेशन सेंटर-कानपुर में विज्ञान की शिक्षक सौम्या सेठ ने हिस्सा लिया।
सौम्या सेठ ने इस अवसर पर कहा, ‘इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि छात्र सामान्य और स्वाभाविक तौर उत्साहित होते हैं और उनसे जुड़े शिक्षक उन्हें आनंददायक गतिविधियों को लेकर विभिन्न तरीके प्रदान करते हैं। हम सब में एक वैज्ञानिक छिपा हुआ होता है, हम इसे विकसित और बाहर लाने का समय नहीं दे पाते। इसलिए, आनंददायक तरीके से साइंस सीखने के लिए हमें अपने आसपास की चीजों को सामान्य तरीके से समझना होगा और यह जानना होगा कि कैसे यह काम करती हैं।
कार्यशाला में कई तरह के सवाल पूछने पर जोर दिया गया, जैसे कि चीजें वैसी क्यों होती हैं जैसी वे हैं और विज्ञान में छिपे खजाने के बारे में भी सवालों के जवाब पर ध्यान दिया गया। सौम्या ने ‘आवश्यकता सभी आविष्कारों की जननी है’ की प्रसिद्ध कहावत के साथ सत्र की शुरुआत की। उन्होंने यह कहते हुए इस कहावत को परिभाषित किया कि आधुनिक आविष्कारों की वृद्धि का आधार विज्ञान से ही जुड़ा हुआ है। फिर छात्रों से पूछा गया कि विज्ञान क्या है? इससे उनमें उत्साह पैदा हुआ और उस उत्साह के साथ सौम्या ने छात्रों के अंदर सोच, तर्क, अवलोकन, खोज, जांच आदि जैसे कौशल के साथ जिज्ञासु दिमाग विकसित करने की कोशिश की।
कैम्प के बारे मेंः नॉलेज एंड अवेयरनेस मैपिंग प्लेटफॉर्म (कैम्प) वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर)-नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस कम्युनिकेशन एंड पॉलिसी रिसर्च (एनआईएससीपीआर) और औद्योगिक भागीदार मैसर्स नस्या कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड (एनसीपीएल) की संयुक्त पहल एवं ज्ञान संबंधित गठबंधन है। कैम्प ने रचनात्मक, उपयोगी लर्निंग, जरूरी रीडिंग एवं थिंकिंग स्किल्स विकसित करने की योजना बनाई है जो छात्रों के अंदर छिपी दक्षताओं को बाहर लाने में मदद करते हैं। कैम्प का विजन भारत को साइंस, टेक्नोलॉजी और ह्यूमेनिटीज के क्षेत्र में वैश्विक दिग्गज बनाने में छात्रों के वैज्ञानिक एवं तकनीकी ज्ञान की पहचान एवं परख करना है।