Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 04 Feb, 2025 12:52 PM
हास्य एक ऐसी पूँजी है जो हंसने वाले को तो स्वस्थ बनाती ही है, साथ ही इससे आपके आस-पास सकारात्मक उर्जा का संचार भी होता है |
गुड़गांव ब्यूरो : हास्य एक ऐसी पूँजी है जो हंसने वाले को तो स्वस्थ बनाती ही है, साथ ही इससे आपके आस-पास सकारात्मक उर्जा का संचार भी होता है | योगपथ एवं हास्य योग केंद्र (भारत) के सह-संस्थापक, अंतर्राष्ट्रीय हैप्पीनेस कोच सुनील गुप्ता ने आनंदपीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर श्री बालकानंद गिरि जी महराज जी के सानिध्य में 31 जनवरी 2025 को श्री आनंद अखाड़ा, काली मार्ग, प्रयागराज में हास्ययोग केन्द्र (भारत) के माध्यम से हास्य योग कराया।
एक तरफ जहां महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं, तो वही दूसरी तरफ अंतर्राष्ट्रीय हैप्पीनेस कोच सुनील गुप्ता ने हजारों की संख्या में जुटे लोगों को हास्य योग कराकर उन्हें खुश रहने का मंत्र दिया। पूरे जोश और एनर्जी के साथ सभी ने हास्य योग किया और सकारात्मक उर्जा का लाभ लिया।
आपको बता दें कि हास्य योग केंद्र के भारत में 3 हज़ार सेंटर हैं, जिसके 200 से अधिक देशों में लाखों फॉलोवर हैं, जो हास्य योग का लाभ ले रहें है | हास्य योग के माध्यम से आज लाखों लोगों को सकारात्मक ऊर्जा मिल रही है। आनंदपीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर श्री बालकानंद गिरि जी महराज जी ने सुनील गुप्ता जी की सराहना करते हुए कहा कि लोगों को तनावमुक्त रखने का यह सकारात्मक प्रयास है। जो बिना किसी संसाधन के ही आपके जीवन को खुशहाल बना सकता है।
यूनाइटेड नेशन एवं अन्य रिसर्च एजेंशियों के आकड़ों के अनुसार आज दुनिया में लगभग 80 प्रतिशत लोग या तो अनहैप्पी हैं या निगेटिव माइंड के हैं | उनके स्ट्रेस को कम करने के लिए हास्य योग बहुत कारगर साबित हो रहा है|
सुनील गुप्ता सर्टिफाईड ऑनलाइन हैप्पीनेस कोच का कोर्स भी कराते हैं जो योगपथ ऐप पर भी उपलब्ध है | अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वाधिक बिकने वाले कनाडाई/अमेरिकी लेखक ब्रायन ट्रेसी के साथ एक पुस्तक का सह-लेखक भी इन्होंने किया है | ग्रामीण एवं आदिवासी परिवारों के बच्चों की शिक्षा के लिए समर्पित भाव से सेवारत भारत लोक शिक्षा परिषद्, एकल अभियान के संयुक्त महामंत्री भी हैं | सुनील गुप्ता के 200 से अधिक देशों में मिलियन्स फॉलोवर हैं | इस कार्यक्रम के माध्यम से हास्य योग केंद्र के फॉलोवर इस महाकुंभ की ऊर्जा, स्फूर्ति और चेतना से भी लाभान्वित हुए।