Edited By Isha, Updated: 22 Aug, 2019 09:45 AM
नगर निगम में ठेकेदारों के किस्से आम बात है लेकिन एक ठेकेदार ने वर्कआर्डर जारी करने के लिए खुद पहले वर्क ऑर्डर के सरकारी दस्तावेजों पर अधिकारी के फर्जी साइन किए और फिर खुद ही 30 लाख की लागत से
अम्बाला छावनी: नगर निगम में ठेकेदारों के किस्से आम बात है लेकिन एक ठेकेदार ने वर्कआर्डर जारी करने के लिए खुद पहले वर्क ऑर्डर के सरकारी दस्तावेजों पर अधिकारी के फर्जी साइन किए और फिर खुद ही 30 लाख की लागत से इंटरलॉकिंग टाइल्स से बनने वाली सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया लेकिन जब इस बारे में कहीं अधिकारी को यह बात पता चला कि वर्क आर्डर पर उसके साइन किए गए हैं तो अधिकारी ने अपने साइन फर्जी होने की बात कह डाली।
इतना ही नहीं, अधिकारी ने इतना तक कह डाला कि जिस तारीख के वर्क ऑर्डर पर साइन किए गए हैं, उस तारीख को वह अम्बाला नगर निगम में नहीं बल्कि यमुनानगर निगम में ड्यूटी पर तैनात था। फर्जी साइन करके 30 लाख की सड़क का वर्क ऑर्डर जारी करने के बारे में जब प्रभु प्रेम पुरम के याचिकाकत्र्ता ने नगर निगम की एम.ई.ब्रांच से कई अधिकारियों से इस बारे बात की, लेकिन किसी भी अधिकारी ने न तो इस बारे में कोई जानकारी दी और न ही इस बारे में नगर निगम के उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया है। अब याचिकाकत्र्ता इस मामले को लेकर सी.एम. विंडो में शिकायत करने की तैयारी में है।