Edited By kamal, Updated: 24 May, 2019 09:19 AM
में एस.डी. कॉलेज में लोकसभा की मतगणना के 15 चरण सुबह 8 बजे से शुरू होकर देर शाम सम्पन्न हुए। पहले 2 चरणों...
अम्बाला छावनी(जतिन): में एस.डी. कॉलेज में लोकसभा की मतगणना के 15 चरण सुबह 8 बजे से शुरू होकर देर शाम सम्पन्न हुए। पहले 2 चरणों में कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी शैलजा आगे रही लेकिन तीसरे चरण से भाजपा प्रत्याशी रतनलाल कटारिया ने आखिरी तक लगातार अपनी बढ़त बनाए रखी। मतगणना को लेकर एस.डी. कॉलेज में पुलिस बल, स्पैशल फोर्स मुस्तैद रही, मतगणना से ठीक पहले डॉग स्क्वॉयड की टीम भी कॉलेज परिसर पहुंची।
मतगणना की पूरी तरह से रिकॉॄडग की गई। भाजपा प्रत्याशी रतनलाल कटारिया जैसे-जैसे प्रत्येक चरण में बढ़त हासिल करते रहे वैसे-वैसे भाजपा कार्यकत्र्ताओं ने सड़कों पर उतर कर मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए। पहले 5 चरणों के बाद मतगणना काऊंटर से कई कांग्रेसी उठकर बाहर भी चले गए लेकिन मतगणना पूरी तरह शांतिपूर्ण रही। हरियाणा में 10 लोकसभा सीटों की जीत के बाद मंत्री विज में जीत जोश देखने को मिला।
मंत्री विज भाजपा कार्यालय में अपनी कुर्सी पर बैठे-बैठे ही जोश में कार्यकत्र्ताओं के जोश को देखकर नाचने को मजबूर हो गए। खुशी के ललकारे लगाकर अपने दोनों हाथ उठाकर जीत का जश्न मनाया। जब विज कटारिया भाजपा कार्यालय से नीचे उतर कर सदर बाजार चौक पर पहुंचे तो चौक पर भी मंत्री विज ने जीत की खुशी में ढोल की थाप पर भंगड़ा पाया।
बढ़ता गया कटारिया की जीत का अंतर
चरण भाजपा प्रत्याशी कांग्रेस प्रत्याशी नोटा
1 3862 3894 58
2 6019 3767 58
3 5417 3074 66
4 5495 3263 57
5 2878 2227 49
6 5137 2805 65
7 5617 2142 75
8 6003 2317 70
9 6508 3809 73
10 5080 2892 48
11 5023 3207 63
12 6749 3231 77
13 6108 3632 57
14 1604 1553 23
15 895 596 11
होती जीत सच्चई की सदा, क्या अभी भी शक कोई है यारों
याद कर लेना उस खुदा को भी, दम से जिसके सच फरियाद हुई
कहीं चली आंधियां गमों की दोस्तों, कहीं खुशियों की बरसात हुई।
कहीं चली आरियां सीनों पर दोस्तों, कहीं बहारों की सौगात हुई।।
सर पर चढ़कर बोली नियत, मेहनत, जनून, देशहित का जजबा।
गिरी उम्मीदें झूठ की पाताल में, गहरे जख्मां का वज्रपात हुई।।
56 ईंच की चौड़ी छाती पर खूब, कसे ताने, सैंकड़ों लगाए इल्जाम।
उसी छाती की बदौलत आज फिर, प्रतिद्वंद्वियों की मात हुई।।
दाल झूठ की अब नहीं गलती, देख लिए परिणाम मुंह बोलते।
हर तरफ हर शहर, गली-गली, यही चर्चे वल्लाह क्या बात हुई।।
हैरां करने वाले नतीजों के आंकड़े, सामने सवा सौ करोड़ के आए।
लहराया लहराने वालों का परचम, जीत किसी के लिए सवालात हुई।।
देखने वाले रह गए देखते खिले फूल, गुलदस्ते उपहारों में आए।
हिस्से में उनके शर्मा, लाचारी, बेबसी, हार, वक्त की करारी लात हुई।।
करे बात आम जनता की गर हम, हुई खुशी में इतनी मगरूर।
नाच गाकर जशन मना रहे सब, जाने कब स्वर्ग सी रात हुई।।
आतिशबाजी, पटाखों की धूम से, लगा ऐसे हो दीवाली की रात।
भारत माता के चरणों में नमन करते, करते नई सुनहरी प्रभात हुई।।
होती जीत सच्चाई की सदा, क्या अभी भी शक कोई है यारों।
लगाना फोन कवि झिलमिल को क्या कभी बात हुई।।
चले संग देशहित, समाजहित के जजबे लेकर, दुश्मन की मात हुई।।
कहे झिलमिल कविराय, देशवासियों को जीत के जशन मुबारक।
याद कर लेना उस खुदा को भी, दम से जिसके सच फरियाद हुई।। -अशोक अरोड़ा झिलमिल