Edited By Isha, Updated: 25 Jun, 2019 02:29 PM
वाइल्डलाइफ इंस्पैक्टर व कर्मचारी अपने कमरों में सोते हुए मिले, वहीं कर्मियों ने कहा कि वे कुछ देर आराम करने आए थे। कर्मियों का कहना था कि उनकी 24 घंटे की ड्यूटी है ऐसे में कुछ देर तो आराम करना
खिजराबाद (सुखविन्द्र): वाइल्डलाइफ इंस्पैक्टर व कर्मचारी अपने कमरों में सोते हुए मिले, वहीं कर्मियों ने कहा कि वे कुछ देर आराम करने आए थे। कर्मियों का कहना था कि उनकी 24 घंटे की ड्यूटी है ऐसे में कुछ देर तो आराम करना जरूरी है, वरना थककर सूचना पर एकदम से नहीं जाया जा सकता। उधर वाइल्डलाइफ के चीफ कंजरवेटर के अनुसार जंगल की सुरक्षा को लेकर 24 घंटे मुस्तैद रहना जरूरी है। किसी प्रकार की कोताही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात भी की जा रही है।
सोमवार को राष्ट्रीय उद्यान कलेसर में ड्यूटी पर तैनात वाइल्डलाइफ के कर्मचारी दिन में भी अपने रूम पर सोए हुए पाए गए जबकि आजकल गर्मी का सीजन है। इसमें सभी कर्मचारियों को हर समय मौके पर तैनात रहने के आदेश दिए गए हैं। क्योंकि आजकल जंगल में आग लगने की घटनाएं ज्यादा होती हैं, वही जंगल को शिकारियों से बचाना भी वाइल्डलाइफ के अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी है, वहीं कर्मियों ने कहा कि रंजिशन इस मामले को तूल दिया जा रहा है। उनके पास इस बात के पुख्ता सबूत हंै।
वाइल्डलाइफ इंस्पैक्टर राजेश कुमार का कहना है कि वे रात को भी गश्त पर थे। दिन में जंगल से आए थे। वे थोड़ी देर के लिए इसलिए लेट गए कि रात को कोई सूचना न आ जाए। इस दौरान भी उन्हें जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि वे अपने मुख्यालय पर ही थे कहीं बार नहीं गए। यदि कोई सूचना आती तो तुरंत मौका किया जाता। इस मामले में उनसे रंजिश निकाली जा रही है।