क्या विधानसभा चुनाव में BJP को हैट्रिक लगेगी? हरियाणा अब तक केवल कांग्रेस ही लगा पाई हैट्रिक

Edited By Nitish Jamwal, Updated: 04 Sep, 2024 04:51 PM

will bjp get a hat trick in the assembly elections

एक ओर हरियाणा की सत्ता में जहां भारतीय जनता पार्टी तीसरी बार वापसी कर हैट्रिक लगाने की कोशिश में जुटी है। वहीं, 2014 के चुनाव में उसे (कांग्रेस को) हैट्रिक बनाए बिना ही सत्ता से बेदखल होना पड़ा था।

चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी): एक ओर हरियाणा की सत्ता में जहां भारतीय जनता पार्टी तीसरी बार वापसी कर हैट्रिक लगाने की कोशिश में जुटी है। वहीं, 2014 के चुनाव में उसे (कांग्रेस को) हैट्रिक बनाए बिना ही सत्ता से बेदखल होना पड़ा था। हालांकि हरियाणा में अब तक कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है, जो अब तक एक बार हैट्रिक बना चुकी है। इन्हीं सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर बीजेपी ने अपनी चुनावी तैयारियों को ठोस रूप देना शुरू कर दिया है। माना यह भी जा रहा है कि हैट्रीक लगाने की जुगत में लगी बीजेपी ने इस बार पिछली बार की तरह से 75 पार जैसा कोई नारा नहीं दिया है। 

कांग्रेस ने बनाई थी हैट्रिक

बता दें कि वर्ष 1966 में हरियाणा बनने के बाद कांग्रेस ने लगातार तीन चुनावों 1967, 1968 और 1972 में जीत हासिल कर सरकार बनाई। इसके बाद 1977 में जनता पार्टी सत्ता में आ गई। इसके बाद 1982 में कांग्रेस ने फिर से सत्ता में वापसी कई। इसके बाद 1987 में लोकदल ने सरकार बनाई, 1991 में कांग्रेस सत्ता में लौटी। अगले चुनाव में हविपा और भाजपा ने 1996 में मिलकर सरकार बनाई। 2000 में इनेलो सत्ता में काबिज हुई। इसके बाद 2005 और 2009 कांग्रेस ने लगातार दो बार हरियाणा में सरकार बनाई। अब बीते दो कार्यकाल 2014 और 2019 से हरियाणा की सत्ता पर बीजेपी काबिज है। 

81 से हुई थी 90 सीट

1966 में हरियाणा के गठन के बाद 1967 में प्रदेश विधानसभा की कुल 81 सीट थी। 1977 में इन्हें बढ़ाकर 90 किया गया। उसके बाद से लेकर अब तक प्रदेश में 90 विधानसभा सीटों पर ही चुनाव हो रहा है। इस बार 2024 का विधानसभा चुनाव भी प्रदेश की 90 सीटों पर ही होगा। 

13 में से सात बार बनी कांग्रेस सरकार

हरियाणा बनने के बाद प्रदेश में 13 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। इन चुनावों में एक बार कांग्रेस हैट्रिक बना चुकी है। एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा लगातार दो कार्यकाल में सत्ता हासिल करने का रिकॉर्ड बना चुकी हैं। कांग्रेस कुल 7 बार प्रदेश में सरकार बना चुकी है। भाजपा भी दो बार हरियाणा की सत्ता संभाल चुकी है, जबकि जनता पार्टी, लोकदल, हविपा और इनेलो के नेतृत्व में भी एक-एक बार सियासी दल प्रदेश में सरकार बना चुके हैं।

कांग्रेस ने ऐसे लगाई हैट्रिक

वर्ष 1967 में कांग्रेस को 48, जनसंघ को 12, निर्दलीय 16, स्वतंत्र पार्टी की 3, आरपीआई की 2 सीटें थी। उस समय पंडित भगवत दयाल शर्मा सीएम बने। 1968 में मध्यावधि चुनाव हुए। इसमें कांग्रेस को 48, विशाल हरियाणा पार्टी को 16, जनसंघ को 7, निर्दलीय 6, स्वतंत्र पार्टी की 2, भारतीय क्रांति दल और आरपीआई को एक-एक सीटें मिली थी। कांग्रेस ने इस बार बंसीलाल को सीएम बनाया। 1972 में कांग्रेस को 52, एनसीओ (कांग्रेस ओल्ड) को 12, निर्दलीय को 11, विशाल हरियाणा पार्टी की 3, जनसंघ की 2 और आर्य सभा को 1 सीट मिली थी। इस बार भी बंसीलाल सीएम की कुर्सी पर विराजे। लेकिन इंदिरा गांधी ने 1975 में बंसीलाल को केंद्र में मंत्री बना दिया और बनारसी दास गुप्ता को सीएम बनाया।

जनता पार्टी को मिला बहुमत

वर्ष 1977 में जनता पार्टी को 75, निर्दलीय को 7, विशाल हरियाणा पार्टी की 5 कांग्रेस को 3 ही सीट मिली थी। प्रचंड बहुमत के बाद देवीलाल को मुख्यमंत्री का पद सौंपा गया। हालांकि दो साल बाद भजनलाल तख्तापलट कर सीएम बन गए। भजनलाल जनता पार्टी छोड़कर पूरे मंत्रीमंडल के साथ कांग्रेसी बन गए। 1982 में कांग्रेस को 36, लोकदल को 31, निर्दलीय को 16, भाजपा को 6 व जनता पार्टी को एक ही सीट मिली थी। भजनलाल ने निर्दलियों को साथ मिलाकर सरकार बनाई और फिर से मुख्यमंत्री बन गए। हालांकि 4 साल बाद उनके स्थान पर बंसीलाल को सीएम बनाया गया।

चौटाला बने थे 5 दिन के सीएम

वर्ष 1987 में लोकदल को 60, भाजपा को 16, निर्दलीय को 7, कांग्रेस को 5, सीपीआई को एक व सीपीएम को भी एक ही सीट मिली थी। करीब ढाई साल देवीलाल सीएम रहे। इसके बाद उन्होंने ओमप्रकाश चौटाला को सीएम बनाया, लेकिन छह महीने बाद बनारसी दास गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाया गया। ओमप्रकाश चौटाला फिर 5 दिन के लिए सीएम बने। इसके बाद हुकम सिंह 8 महीने तक मुख्यमंत्री रहे। फिर ओमप्रकाश चौटाला 15 दिन के लिए सीएम रहे। वर्ष 1991 में कांग्रेस को 51, जनता पार्टी को 16, हविपा को 12, निर्दलीय को 5, जनता दल को 3, भाजपा को 2 और बसपा को एक ही सीट मिली थी। कांग्रेस के सत्ता में लौटने के बाद भजनलाल को मुख्यमंत्री बनाया गया। 

हविपा के बाद इनेलो सरकार

वर्ष 1996 में हविपा को 33, समता पार्टी को 24, भाजपा को 11, निर्दलीय को 10, कांग्रेस को 9 और तिवारी कांग्रेस को 3 सीट मिली थी। कांग्रेस छोड़कर हरियाणा विकास पार्टी बनाने वाले बंसीलाल भाजपा के साथ गठबंधन कर तीन साल से अधिक समय तक सीएम बने। फिर भाजपा ने गठबंधन तोड़ दिया और इनेलो के नेतृत्व में सरकार बनाई। ओमप्रकाश चौटाला सीएम बने और करीब 7 महीने बाद चुनाव का ऐलान का दिया। वर्ष 2000 में इनेलो को 47, कांग्रेस को 21, निर्दलीय को 11, भाजपा को 6, हविपा को 2 के अलावा एनसीपी, बसपा और आरपीआई को एक-एक सीट मिली थी। फिर से ओमप्रकाश चौटाला मुख्यमंत्री बने।

कांग्रेस-भाजपा की दो-दो बारी

वर्ष 2005 में कांग्रेस को 67, निर्दलीय को 10, इनेलो को 9, भाजपा को 2 के अलावा एनसीपी व बसपा को एक-एक ही सीट मिली थी। वर्ष 2009 में कांग्रेस को 40, इनेलो को 31, निर्दलीय को 7, हजकां को 6, भाजपा को 4 के अलावा शिरोमणी अकाली दल और बसपा को एक-एक सीट मिली थी। दोनों बार भूपेंद्र हुड्डा मुख्यमंत्री रहे। वर्ष 2014 में भाजपा को 47, इनेलो को 19, कांग्रेस को 15, निर्दलीय को 5, हजकां को 2 के अलावा शिरोमणी अकाली दल और बसपा को एक-एक सीट मिली थी। मनोहर लाल मुख्यमंत्री बने। वर्ष 2019 में भाजपा को 40, कांग्रेस को 31, जजपा को 10, निर्दलीय को 7, इनेलो और हलोपा को एक-एक सीट मिली थी। मनोहर लाल फिर से सीएम बने, लेकिन मार्च 2024 में उनके स्थान पर नायब सैनी ने सत्ता संभाली। ऐसे में जहां कांग्रेस एक बार फिर से सत्त में वापसी की लड़ाई लड़ रही है। वहीं, बीजेपी हैट्रिक लगाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। देखना होगा कि क्या बीजेपी इस चुनाव में हैट्रिक लगा पाएगी या फिर कांग्रेस और किसी अन्य दल की सत्ता में वापसी होगी ? इसका खुलासा तो 8 अक्टूबर को होने वाली मतगणना के साथ ही हो पाएगा, लेकिन उस समय तक सबकी निगाहें प्रदेश की चुनावी हलचल और राजनीतिक दलों की ओर से उतारे जाने वाले प्रत्याशियों पर लगी हुई है, क्योंकि फिलहाल हर कोई यह जानना चाहता है कि उनके इलाके से कौन सा दल किस प्रत्याशी को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारता है।

(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)

Related Story

    Trending Topics

    Afghanistan

    134/10

    20.0

    India

    181/8

    20.0

    India win by 47 runs

    RR 6.70
    img title
    img title

    Be on the top of everything happening around the world.

    Try Premium Service.

    Subscribe Now!