Edited By Isha, Updated: 21 Jun, 2024 05:17 PM
एक तरफ हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के सभी डीसी और एसपी को समाधान शिविर लगा लोगों की समस्याओं को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ कैथल में कुछ बेलगाम अधिकारी लोगों की इन
कैथल(जयपाल): एक तरफ हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के सभी डीसी और एसपी को समाधान शिविर लगा लोगों की समस्याओं को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ कैथल में कुछ बेलगाम अधिकारी लोगों की इनकम कम करने करने की बजाय उनको मजदूरी करने की सलाह देकर उन्हें बेइज्जत कर रहे हैं।
आखिर वो ऐसा करें भी क्यों ना, क्योंकि जिले के जिन उच्च अधिकारियों के कंधों पर इस पूरी व्यवस्था संभालने की जिम्मेवारी है वो सब कुछ जानते हुए भी जानबुझकर अनजान बने बैठे हैं। इस बात से आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि कैथल में किस तरह से फरियादियों की फरियाद सुनी जा रही है।
काम करवाने की फरियाद लेकर आया था बुजुर्ग
बता दें की हर रोज की तरह आज भी जिला सभागार में प्रशासन के अधिकारियों द्वारा लोगों की समस्याएं सुनी जा रही थी। इसी बीच शहर के एक 85 वर्षीय जगमोहन शर्मा अपने बेटे के साथ अपनी वार्षिक आय काम करवाने की फरियाद लेकर आया। जहां उसने परिवार पहचान पत्र के जिला प्रबंधक सोमपाल को अपनी इनकम कम करने का निवेदन किया, तभी अधिकारी ने कहा कि आपके बेटे काम करने योग्य है। फिर ये दिहाड़ी क्यों नहीं करते। बुजुर्ग ने उसको बोला कि वह अपने बेटों से अलग रहता है और उसकी वार्षिक आय भी बहुत कम है। इसलिए उसका पीला राशन कार्ड बनाया जाए, परंतु अधिकारी ने उसकी एक नहीं सुनी और उल्टा उसका ही मजाक उड़ाने लगा। अधिकारी बोल मैं इनको 20 दिन के लिए 400 रुपए की दिहाड़ी पर लगवा दूंगा, आप इस बात के लिए हां भरो, अधिकारी ने बुजुर्ग को खरी खरी सुनाई और बोला कि इसका हमारे पास कोई इलाज नहीं है।
तभी बुजुर्ग शिविर की अध्यक्षता कर रहे डीसी प्रशांत कुमार के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंचा और अधिकारी द्वारा कही गई बातों के बारे में भी बताया। बुजुर्ग ने बोला कि वह पिछले 5 दिनों से सरकारी कार्यालय में धक्के खा रहा है। अधिक उम्र होने के कारण उसे चला फिरा नहीं जाता, इसलिए उसके परिवार पहचान पत्र में वार्षिक आय काम करके उसका गरीबी रेखा का राशन कार्ड बनाया जाए। तभी डीसी ने उसके दस्तावेज लेकर उसको दोबारा से अधिकारी के पास भेजा, पर फिर भी बुजुर्ग की समस्या का समाधान नहीं हुआ, तभी बुजुर्ग अधिकारी के सामने फूट-फूट कर रोने लगा। उसने बोला कि आपने कुछ भी काम नहीं किया सिर्फ आश्वासन दे रहे हो, याद रखना आपको भी मेरी तरह तड़पना पड़ेगा, इतना बोलकर बुजुर्ग रोते-रोते अपने बेटे के साथ समाधान शिविर से बाहर चला गया!
क्या कहना है बुजुर्ग का
पत्रकारों को जानकारी देते हुए बुजुर्ग ने कहा कि वह अपने परिवार पहचान पत्र में वार्षिक आय काम करवाना चाहता है इसके लिए वह पिछले 5 दिनों से अधिकारियों के कार्यालय में धक्के का रहा है परंतु उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही, आज फिर वह अपनी समस्या लेकर समाधान शिविर में आया था जहां पर उसको 20 दिन के लिए 400 रुपए की दिहाड़ी करने के लिए बोला गया, बुजुर्ग सतपाल ने कहा कि समाधान शिविर में उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही!